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कोर्ट में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एथलेटिक्स खिलाड़ियों से नौसरबाजों ने ठगे 31 लाख

एक खिलाड़ी द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर अन्य खिलाड़ियों को विभिन्न अदालतों में क्लर्क चौकीदार की नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी मारने का मामला सामने अाया।

By Sat PaulEdited By: Published: Sun, 26 May 2019 04:28 PM (IST)Updated: Sun, 26 May 2019 04:28 PM (IST)
कोर्ट में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एथलेटिक्स खिलाड़ियों से नौसरबाजों ने ठगे 31 लाख
कोर्ट में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एथलेटिक्स खिलाड़ियों से नौसरबाजों ने ठगे 31 लाख

जागरण संवाददाता, संगरूर। एथलेटिक्स कोच के पास कोचिंग लेने अाने वाले एक खिलाड़ी द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर अन्य खिलाड़ियों को विभिन्न अदालतों में क्लर्क, चौकीदार की नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी मारने का मामला सामने अाया। आरोपित बकायदा तौर पर इन नौजवानों को विभिन्न कोर्ट में बुलाकर उऩका इंटरव्यू लेते, बल्कि साथ ही उन्हें कुछ माह अागे की तारीख वाले जाली नियुक्ति पत्र भी देते थे। कोर्ट में जब नौजवान नौकरी ज्वाइन करने के लिए पहुंचते तो उन्हें असलियत का पता चलता। अब तक आधा दर्जन से अधिक व्यक्तियों से 31 लाख रुपये की ठगी का खुलासा हो चुका है, जबकि पुलिस अभी इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही ठगी के शिकार अन्य व्यक्तियों के बारे में खुलासा हो पाएगा।

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जानकारी देते हुए डीएसपी रोशन लाल ने बताया कि शरणजीत कौर निवासी सारों जिला संगरूर ने शिकायत में कहा है कि वह एथलेटिक्स की खिलाड़ी है। वह वर्ष 2008 में स्पोर्ट्स कोच जसपाल सिंह निवासी गांव भूलण के पास कोचिंग लेती रही है। जगपाल कोच के पास सोहन लाल निवासी गांव हरनामपुरा खेड़ा तहसील नरवाना जिला जींद (हरियाणा) भी कोचिंग लेने के लिए अाता था। एक दिन सोहन लाल ने उसे कहा कि उसका जीजा पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में जज लगा हुअा है व उसकी रिहायश जींद में हैं। वह उसे कोर्ट में क्लर्क की नौकरी लगवा सकते हैं। कोच जगपाल के जरिये सोहन लाल को शरणजीत कौर ने क्लर्क की नौकरी लगने के लिए दो लाख पांच हजार रुपये में सौदा तय कर लिया। पांच हजार रुपये नकद व दो लाख रुपये जगपाल के खाते के जरिये सोहन लाल को आरटीजीएस कर दिए। इस काम में सोहन लाल के साथ मलकीत सिंह व बलजीत सिंह निवासी हरनामपुरा भी शामिल थे।

शिकायतकर्ता के मुताबिक नौ अगस्त 2017 को इंटरव्यू के लिए जींद कोर्ट में बुलाया तथा सोहन लाल कोर्ट के एक कमरे में ले गया, जहां सोहन लाल के साथ मलकीत सिंह और बलजीत सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान इन्होंने शरणजीत कौर के सर्टिफिकेट भी चेक किए व कागजों की फोटोस्टेट कापियां भी करवाकर अपने पास रख ली तथा जल्द ही नियुक्ति पत्र घर भेजने की बात कहकर वापस भेज दिया। इसके बाद कई दिन तक जब शरणजीत कौर को नियुक्ति पत्र न मिले तो शरणजीत कौर ने इसके बारे में बातचीत की। जनवरी 2018 में उक्त तीनों व्यक्ति जगपाल कोच के घर अाए व शरणजीत कौर को कोर्ट में क्लर्क लगने का नियुक्ति पत्र दे दिया। इस पत्र पर 11 अप्रैल 2018 को नियुक्ति करने की तारीख लिखी थी, जब यह नियुक्ति पत्र लेकर शरणजीत कोर्ट में पहुंची तो कर्मचारियों ने चैक करके इस नियुक्ति पत्र को फर्जी करार दे दिया। तब शरणजीत को पता चला कि उक्त व्यक्तियों ने उसे नौकरी दिलाने के नाम पर दो लाख पांच हजार रुपये की ठगी मारी है।

एक मामला खुलने के बाद हुए कई खुलासे

इसके बाद यह मामला गांव हरनामपुरा की पंचायत के पास पहुंचा तो खुलासा हुअा कि उक्त व्यक्तियों ने अन्य एथलेटिक्स खिलाड़ियों व अन्य नौजवानों से भी इसी प्रकार 31 लाख रुपये की ठग्गी मारी है तथा यह पैसा जगपाल के जरिये सोहन लाल के पास अाया है। पंचायत के कहने के बाद सोहन लाल दो लाख पांच हजार रुपये का चैक शरणजीत को दे गया, परंतु जब यह चैक बैंक में लगाया गया तो खाते में पैसे न होने के कारण चैक बाउंस हो गया। इसके बाद शरणजीत कौर ने इसकी शिकायत पुलिस से की और पड़ताल में सामने अाया कि सोहन लाल ने जगपाल कोच के जरिये कोर्ट में क्लर्क, चौकीदार लगवाने का झांसा देकर कई नौजवानों से ठगी मारी है। पुलिस थाना खनौरी में सोहन लाल, मलकीत सिंह, बलजीत सिंह निवासी हरनामपुरा खेड़ा तहसील नरवाना जिला जींद (हरियाणा) के खिलाफ विभिन्न धाराअों तहत मामला दर्ज कर लिया है।

इन लोगों को भी बनाया शिकारः-

पुलिस पड़ताल में सामने अाया कि उक्त व्यक्तियों ने नौ सितंबर 2015 को कपिल पुत्र सुरेश कुमार निवासी हांसी जिला हिसार से अढ़ाई लाख, 19 नवंबर 2015 को अानंद पुत्र तेलू राम निवासी हांसी जिला हिसार से डेढ़ लाख रुपये कैश, 27 नवंबर 2015 को सुशील पुत्र पृथ्वी सिंह निवासी हांसी जिला हिसार से तीन लाख, पांच मार्च 2016 को दीपक पुत्र रामपाल सिंह निवासी हांसी जिला हिसार से डेढ़ लाख, 11 अप्रैल 2016 को अनुप निवासी हांसी जिला हिसार से 50 हजार, 10 मई 2016 को 80 हजार रुपये नकद, 16 अगस्त 2016 को डेढ़ लाख रुपये नकद, 29 अगस्त 2016 को दीपक निवासी हांसी जिला हिसार से एक लाख नकद, 1 सितंबर 2016 को फौजी व सोनी निवासी मूनक जिला संगरूर से एक लाख रुपये, 16 सितंबर 2016 को अमित निवासी हांसी जिला हिसार से डेढ़ लाख, 22 सितंबर 2016 को सुशील निवासी हांसी से एक लाख नकद, 27 फरवरी 2016 को गोबिंद निवासी हांसी जिला हिसार से डेढ़ लाख नकद, 11 अक्टूबर 2017 को कपिल निवासी हांसी से एक लाख रुपये जगपाल कोच के खाते से सोहन लाल के खाते में नैफ्ट के जरिये ट्रांसफार किए गए।

सोहन को दिया मोटरसाइकिल, जजों को देने के लिए पांच सिनरीः-

रणधीर सिंह निवासी भुल्लण तहसील मूनक ने पुलिस को बताया कि कोच जगपाल सिंह ने सोहन लाल के विवाह के समय उसके नाम पर 53 हजार रुपये का सपलेंडर मोटरसाइकिल दिया। इसके अलावा सोहन की शादी में अाने वाले जजों को देने के लिए 4200 रुपये की सीनरियां भी दी गई, परंतु विवाह में कोई जज नहीं पहुंचा। नौकरी न मिलने पर अपने पैसे वापस मांगने वाले नौजवानों को बलजीत सिंह व मलकीत सिंह दोनों सोहन लाल के बैंक खाते के चैक लंबी तारीख डालकर जगपाल कोच को दे देते थे, जो जगपाल अागे नौजवानों को दे देता था, लेकिन सभी चैक बाउंस हो जाते।

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