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117 साल बाद शिवरात्रि पर बन रहा है महायोग

दिव्य ज्योतिष मंच (रजि) के अध्यक्ष डा चन्द्र शेखर शर्मा ने बताया कि 117 साल बाद शिवरात्रि पर्व पर महा योग बन रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 11:41 PM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 06:09 AM (IST)
117 साल बाद शिवरात्रि पर बन रहा है महायोग
117 साल बाद शिवरात्रि पर बन रहा है महायोग

जेएनएन, सुनाम( संगरूर) : दिव्य ज्योतिष मंच (रजि) के अध्यक्ष डॉ चंद्र शेखर शर्मा ने बताया कि इस साल 21 फरवरी 2020 को 117 साल बाद शिवरात्रि पर्व पर महायोग बन रहा है। यह पर्व फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को मनाया जाता है। इससे पहले शिवरात्रि में यह दुर्लभ योग 25 फरवरी 1903 में हुआ था। इस वर्ष शनि स्वयं की राशि मकर, शुक्र अपनी उच्च राशि मीन और बृहस्पति स्वयं राशि धनु में रहेंगे। 21फरवरी को स्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा । यह योग बहुत शुभ हैं। 21 फरवरी 5.22 बजे सायं से 22 फरवरी 7.2 बजे तक चतुर्दशी तिथि रहेगी। दो दिन तक शिव पूजा करें। 21 फरवरी की रात्रि को विशेष मुहुर्त हैं। रात्रि को चार पहर का पूजन करें। इसके अलावा दूध, दही, शहद, घी, मिश्री मक्खन, गन्ने का रस, आम का फल, बिल्वपत्र, धतुरे के साथ शिव की पूजा करें।

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शिवरात्रि के दिन कालसर्प योग, शनि योग, विषयोग शांति करवाएं और शिव मंत्रों का जाप जरूर करें। इस वर्ष 21 फरवरी को विषयोग भी शिवरात्रि को ही बन रहा है। इससे पहले शिवरात्रि पर विषयोग 28 वर्ष पूर्व 2 मार्च 1992 को बना था। विषयोग कालसर्प योग शांति जरूर करवाएं। फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि पर्व की मान्यता हैं कि सर्वप्रथम शिवलिग चतुर्दशी तिथि को संसार में प्रगट हुए। दूसरी मान्यता शिवरात्रि को पार्वती माता व शिव विवाह की हैं । सभी लोग शिव पूजा कर लाभ उठाये व्रत करें व पूरे दिन व रात अगले दिन फिर व्रत खोलें।


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