टायर व रबड़ जलने से बढ़ रहा प्रदूषत, प्रशासन पराली पर अटका
अमरगढ़ (संगरूर) कबाड़ी रबर व प्लास्टिक जला पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, अमरगढ़ (संगरूर) :
सरकार धान की पराली को आग लगाए जाने से फैलने वाले प्रदूषण को लेकर किसानों पर सख्त कार्रवाई अमल में ला रही है, जबकि दूसरी तरफ कबाड़ियों द्वारा सड़कों के किनारे टायर, रबड़, प्लास्टिक इत्यादि जलाकर पर्यावरण को प्रदूषित करने में बड़ा योगदान डाला जा रहा हैं, जिनके प्रति प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी आंखें मूंदे बैठा है। प्रशासन की इस सुस्ती का खामियाजा आम लोगों को भुगतान पड़ रहा है, क्योंकि रबड़ व टायर इत्यादि जलाने से पैदा होने वाले धुएं के कारण लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे ही हाल अमरगढ़ इलाके का है, जहां कबाड़ी रबड़ इत्यादि जलाकर प्रदूषण फैला रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि धान की कटाई के साथ ही पराली को जलाने की घटनाएं सामने आने लगी हैं, जिसे रोकने के लिए प्रशासन ने किसानों पर कार्रवाई के सख्त हिदायतें जारी है। ऐसे में हर वर्ग का कर्तव्य बनता है कि वह पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए सहयोग करें, लेकिन इलाके के कबाड़ियों की ओर से प्रशासन की सभी हिदायतों की धज्जियां उड़ाते हुए जमकर प्लास्टिक, तारें, रबड़, थर्मोकोल, टायर व अन्य सामग्री को सड़कों के किनारे पर जला दिया जाता है, जिस कारण काले रंग का गहरा धुआं पैदा होता है। इस धुएं के कारण जहां पर्यावरण प्रदूषित होता है, वहीं साथ ही रबड़ इत्यादि जलने से निकलने वाली गैस के कारण सांस लेना भी मुश्किल होती है। ऐसे में सड़क के किनारों से गुजरते राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि गहरे काले धुएं के कारण सड़कों पर पारदर्शिता भी कम हो जाती है, जिससे सड़क हादसे होने का खतरा बना रहता है। तहसीलदार बोले : लिखित शिकायत में होगी कार्रवाई
इस बारे में नायब तहसीलदार जगदीपइंद्र सिंह सोढ़ी अमरगढ़ ने कहा कि प्रशासन की ओर से किसानों को पराली को आग न लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। जब कबाड़ियों द्वारा रबड़, टायर इत्यादि जलाने के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कोई शिकायत लिखित में मिलेगी तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।