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एमएसपी पर फसलों की खरीद के लिए लगाया धरना

भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल ने एमएसपी तय फसलों की खरीद गन्ने की अदायगी सहित किसानों की अन्य मांगों को लेकर बुधवार को डीसी दफ्तर के समक्ष धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया और मांगों संबंधी डीसी को ज्ञापन दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Aug 2019 11:05 PM (IST)Updated: Thu, 08 Aug 2019 06:24 AM (IST)
एमएसपी पर फसलों की खरीद के लिए लगाया धरना
एमएसपी पर फसलों की खरीद के लिए लगाया धरना

जागरण संवाददाता, संगरूर

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भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल ने एमएसपी तय फसलों की खरीद, गन्ने की अदायगी सहित किसानों की अन्य मांगों को लेकर बुधवार को डीसी दफ्तर के समक्ष धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया और मांगों संबंधी डीसी को ज्ञापन दिया।

यूनियन के महासचिव हरिदर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गेहूं-धान के अलावा जो फसलों की एमएसपी तय की जाती है, पंजाब सरकार उन फसलों को खरीदने का प्रबंध करें। एमएसपी से कम दाम पर खरीदने वालों के खिलाफ कानून बनाकर मामला दर्ज किया जाए, ताकि कोई भी व्यापारी किसानों की फसलों को कम दाम पर खरीदने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षो से किसानों को शुगर मिलों को महंगे दाम का डीजल फूंककर, जमीन ठेके पर लेकर, खाद-दवाइयां अपनी तरफ से कर्जा लेकर फसल तैयार करके शुगर मिलों को सप्लाई की, परंतु अभी तक किसानों को पिछले दो वर्षो से गन्ने की बेची हुई फसल की अदायगी नहीं हुई है। उन्होंने पंजाब में बिजली के दाम कम करके 5 रुपये प्रति यूनिट करने, धरती के नीचे खत्म हो रहे पीने योग्य पानी को बचाने के लिए पंजाब की सभी जमीनों को सिचाई के लिए नहरी पानी देने, पंजाब से बाहरी राज्यों को जाने वाला पानी तुरंत बंद करने, पंजाब के दरियाओं का वितरण रिपेरियन कानून मुताबिक करने, पंजाब की जवानी व किसानी को बचाने के लिए पंजाब में खसखस की खेती करने की छूट देने की अपील भी की। पराली की समस्या के हल के लिए 90 प्रतिशत सब्सिडी पर औजार देने व अतिरिक्त खर्च की भरपाई के लिए 3 हजार रुपये प्रति एकड़ देने, आत्महत्या कर चुके किसानों के परिवारों को 10 लाख रुपये आर्थिक मदद देने, बेसहारा पशुओं व कुत्तों का प्रबंध करने, बाढ़ व ओलावृष्टि से हुए नुकसान के बदले किसानों को प्रति एकड़ 40 हजार रुपये मुआवजा देने, नकली दूध बनाकर बेचने वालों व नकली खाद, दवाइयां बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, 60 वर्ष से अधिक के किसानों को मासिक पेंशन देने की मांग की। उन्होंने चेतावनी देते कहा कि यदि सरकार ने किसानों की यह मांगें पूरी नहीं की तो भारतीय किसान यूनियन अन्य यूनियनों के समर्थन से संघर्ष को ओर तेज करेगी। इस अवसर पर उपप्रधान अवतार सिंह, प्रेस सचिव गुरविदर सिंह, महिदर सिंह वड़ैच, अवतार सिंह, शरणजीत सिंह, सतवंत सिंह, जरनैल सिंह, गुरदास सिंह, निर्मल सिंह, कुलदीप सिंह, गुरदेव सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।


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