Protest In Sangrur: सीएम सिटी में 6 जिलों के कर्मचारियों का प्रदर्शन, भगवंत मान व हरपाल चीमा का पुतला फूंका
Protest In Sangrur पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रियल सर्विस यूनियन की अगुआई में छह जिलों के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के शहर संगरूर में जोनल स्तरीय रोष रैली की।रैली के कारण छह जिलों के करीब दस हजार क्लैरिकल स्टाफ ने सरकारी दफ्तरों का कामकाज ठप रखा।
जागरण संवाददाता, संगरूर। Protest In Sangrur: अपनी मांगों की पूर्ति की खातिर पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रियल सर्विस यूनियन की अगुआई में छह जिलों के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान व वित्तमंत्री हरपाल चीमा के शहर संगरूर में जोनल स्तरीय रोष रैली करके सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। जिला प्रबंधकीय परिसर के समक्ष की गई रैली में सैकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया। रैली के कारण छह जिलों के करीब दस हजार क्लैरिकल स्टाफ ने सरकारी दफ्तरों का कामकाज ठप रखा।
डीसी दफ्तर से महावीर चौक तक रोष मार्च निकालकर मुलाजिमों ने दिल्ली-लुधियाना मुख्य मार्ग पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान, वित्त मंत्री हरपाल चीमा का पुतला जलाया। जोनल रैली की अगुआई राज्य प्रधान वासीर सिंह भुल्लर, राज्य महासचिव मनदीप सिंह सिद्धू द्वारा की गई। राज्य वित्त सचिव सरबजीत सिंह, सरप्रस्त रघवीर सिंह, चेयरमैन मेघ सिंह, मुख्य संगठनात्मक सचिव अमरीक सिंह, सीनियर उप प्रधान अनिरुद्ध, राज्य महासचिव खजाना विभाग मनजिंदर सिंह, पेंशनर नेता राज कुमार अरोड़ा ने कहा कि संगठन ने तीन जोन स्तर की रैलियां की हैं लेकिन सरकार ने कोई हल नहीं किया।
रैली का जिला प्रधान राकेश शर्मा व समूह नेताओं की तरफ से स्वागत किया। स्टेज सचिव की भूमिका जिला महासचिव राजवीर बडरूखां व अनुज शर्मा प्रेस सचिव ने निभाई। राज्य प्रधान वासवीर सिंह भुल्लर व राज्य महासचिव मनदीप सिंह ने ऐलान किया कि दस अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक समूह कार्यालयों में मुकम्मल कलमछोड़ड हड़ताल की जाएगी। यदि फिर भी बैठक का समय नहीं मिलता तो संघर्ष तेज करते हुए गुजरात व हिमाचल प्रदेश में सोशल मीडिया के जरिए पंजाब में मुलाजिमों से झूठे वादे करने वाली सरकार संबंधी अवगत करवाया जाएगा।
मुख्य मांगें
जनवरी चार के बाद भर्ती मुलाजिमों को पुरानी पैंशन लागू करने, जनवरी सोलह के बाद भर्ती कर्मचारियों की तरक्की पश्चात छठे वेतन कमिशन तरक्की तारीस से आपट किया जाए, पैंशनरों को दो, पंजाब के कर्मचारियों पर पंजाब का पे कमिशन लागू किया जाए, छठे पे कमिशन की रिपोर्ट में ग्यारह का स्केल बरकरार रखते हुए 2.72 का गुणांक दिया जाए, वार्षिक तरक्की की दर पांच प्रतिशत निर्धारित की जाए।