30 घंटे से शुगर मिल के बायलर पर भूखे-प्यासे पर डटे किसान
बेनड़ा (संगरूर) शुगर मिल धूरी को बेचे गन्ने की अदायगी प्राप्त करने के लिए शुगर मिल के खिलाफ किसानों की तरफ से शुरू किया गया संघर्ष रुकने का नाम नहीं ले रहा। स्थानीय शुगर मिल की छत पर चढ़े चार कार्यकर्ता बुधवार को 30 घंटे से भूखे-प्यासे संघर्ष करते डटे रहे। मिल के गेट आगे पर भी धरना जारी रहा। •िाक्रयोग्य है कि शुगर मिल से 5.
संवाद सूत्र, बेनड़ा (संगरूर) : शुगर मिल धूरी को बेचे गन्ने की अदायगी के लिए के लिए किसानों का संघर्ष रुकने का नाम नहीं ले रहा। शुगर मिल की छत पर चढ़े चार कार्यकर्ता बुधवार को 30 घंटे से भूखे-प्यासे डटे रहे। मिल के गेट के आगे पर भी धरना जारी रहा। जिक्रयोग्य है कि शुगर मिल से 5.88 करोड़ रुपये की अदायगी लेने के लिए पूर्व चेयरमैन हरजीत सिंह बुगरा, भवन सिंह कहेरू, निर्भय सिंह बाजवा व बहादर सिंह ईसड़ा छत पर चढ़कर भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
धरने को संबोधन करते हुए पूर्व सरपंच सरबजीत सिंह अलाल व किसान नेता अवतार सिंह तारी भुल्लरहेड़ी ने इस घटनाक्रम में प्रशासन व मौजूदा कांग्रेस सरकार को कोसा। उन्होंने कहा कि कहा कि यह प्रशासन व सरकार की अनदेखी है, जिस कारण किसानों को अपने ही बेचे गन्ने की अदायगी लेने के लिए रोना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ धान की कटाई का सीजन जोरों पर है, वहां किसानों को अपने खर्च किए चलाने के लिए धरने, प्रदर्शनों व भूख हड़तालों का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन मिल मालिकों की कठपुतली बनने की बजाए किसानों के साथ खड़े होकर सख्ती के साथ रहती पैमेट करवाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों की अदायगी जल्द न की गई तो वह संघर्ष को प्रचंड करने से गुरेज नहीं करेंगे। किसानों के खातों में पैमेट मिलने तक यह संघर्ष जारी रहेगा।
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उधर, मिल के जीएम जसवंत सिंह संधू ने कहा कि किसानों से बातचीत की जा रही है। जल्द ही पेमेंट किसानों के खातों में जमा करवा दिया जाएगा, लेकिन अभी तक बातचीत सफल नहीं हो पाई है।