नववर्ष का पहला दिन कोहरे की चादर में लिपटा रहा
नववर्ष का पहला दिन शुक्रवार को घने कोहरे की चादर दोपहर तक आसमान में बादल छाए रहे।
संवाद सहयोगी, संगरूर : नववर्ष का पहला दिन शुक्रवार को घने कोहरे की चादर दोपहर तक आसमान मे छाई रही, वहीं सर्द हवाओं के कारण ठिठुरन लगातार बढ़ रही हैं। शुक्रवार को विजिबिलिटी दस मीटर से भी कम रही। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान पांच डिग्री तक पहुंच गया। रात के समय पारे में लगातार गिरावट आ रही है। सर्दी के बढ़ते प्रकोप के कारण सड़कों पर आवाजाही भी सुबह व शाम के समय काफी कम रहती है। वृक्षों व पेड़-पौधों पर ओस की बुंदे भी जमने लगी हैं। रविवार के बाद बरसात की संभावना जताई जा रही है। लोगों ने नववर्ष का स्वागत भी कड़ाके की ढंग के बीच हुआ। उधर, शहर के गुरुद्वारा गुरुसागर मस्तुआना साहिब, गुरुद्वारा नानकियाना साहिब, मंदिर श्री महाकाली देवी (पटियाला गेट), साहिब दास जी की समाध (नाभा गेट), श्री सांई मंदिर (दशमेश नगर) व बगीची वाला शिव मंदिर में लोगों ने माथा टेक नव वर्ष के लिए प्रार्थना की। इन धार्मिक स्थलों में प्रात: से ही भीड़ जुटने लगी थी। गुरुद्वारा नानकियाना साहिब के मैनेजर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि नव वर्ष को लेकर संगत सुबह ही गुरु घर में जुटने लगी थी। संगत ने नव वर्ष के लिए बाबा जी से सुख शांति की कामना की। कई श्रदालुओं ने सरोवर में स्नान करके मन्नत मांगी। मौसम विभाग का दावा है कि आने वाले दिनों में कुछ और ठंड बढ़ सकती है, लोगों को सावधान रहना चाहिए, क्येांकि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए बाहर निकलने से परहेज करें। क्योंकि सर्दी में इसके बढ़ने की संभावना है।