नेताजी सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर रहे गुरदियाल का सम्मान लेने से इन्कार, ये बताया कारण...
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर रहे संगरूर के स्वतंत्रता सेनानी गुरदियाल सिंह (92) ने गणतंत्र दिवस समारोह में कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिंगला से सम्मान लेने से इन्कार कर दिया।
जेएनएन, संगरूर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर रहे संगरूर के स्वतंत्रता सेनानी गुरदियाल सिंह (92) ने गणतंत्र दिवस समारोह में कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिंगला से सम्मान लेने से इन्कार कर दिया। सिंगला ने सम्मान गुरदियाल सिंह की झोली में रखा, लेकिन उनके परिवार ने उसे लौटा दिया।
गुरदियाल सिंह ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 15 अगस्त 2018 को उन्हें राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित किया जाना था, लेकिन उनके नाम संबंधी फाइल को जिला प्रशासन ने आगे नहीं भेजा। इस कारण उन्हें यह सम्मान नहीं मिल पाया। प्रशासन की ऐसी धक्केशाही ने उन्हें बेहद निराश किया है।
गुरदियाल सिंह की पुत्रवधू मनप्रीत कौर ने बताया कि गत वर्ष 15 अगस्त को समागम के दौरान स्वतंत्रता सेनानी गुरदियाल सिंह का नाम राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। इसका उन्हें पत्र प्राप्त हुआ था। वह गुरदियाल सिंह के साथ तत्कालीन डीसी से मिली थीं और सम्मान के लिए फाइल बनाकर प्रशासन को भेजने की गुजारिश की थी।
प्रशासन के कहने पर दस्तावेज, तस्वीरें व फार्म आदि डीसी दफ्तर की एमए ब्रांच को सौंपे गए। इसके बाद तहसीलदार के आदेशों पर पटवारी इंक्वायरी करने के लिए भी आए थे। पटवारी ने भी अपनी इंक्वायरी में केस को सही बताया, लेकिन डीसी के एमए ब्रांच ने यह फाइल आगे नहीं भेजी। यही कारण है कि उन्होंने गणतंत्र दिवस पर सम्मान लेने से साफ इन्कार कर दिया है।
मंत्री ने पहचानने से किया इन्कार : परिजन
मनप्रीत कौर ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर सम्मान के दौरान जब कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिंगला स्वतंत्रता सेनानी को सम्मान देने पहुंचे तो उनसे पूछा गया कि क्या वह गुरदियाल सिंह को जानते हैं? इस पर मंत्री ने पहचानने से इन्कार कर दिया। मनप्रीत ने गत माह संगरूर-बरनाला रोड स्थित टोल प्लाजा पर गुरदियाल सिंह से मुलाजिमों के दुर्व्यवहार की भी शिकायत की।
सिंगला ने दिए जांच के आदेश
विजयइंद्र सिंगला ने डीसी को हिदायत दी कि गुरदियाल सिंह के सम्मान की फाइल मामले की जांच की जाए तथा लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। डीसी ने भरोसा दिलाया कि तुरंत इसकी जांच करवाई जाएगी व अगले साल 15 अगस्त पर राष्ट्रपति सम्मान के लिए नाम भेजा जाएगा।