मुलाजिम व पेंशनर्स 26 को करेंगे राज्य भर में सड़कें जाम
संगरूर पंजाब व यूटी सांझा मुलाजिम मंच व पैंशनर्स यूनियन द्वारा पंजाब सरकार की मुलाजिमों ने बैठक की।
जागरण संवाददाता, संगरूर : पंजाब व यूटी सांझा मुलाजिम मंच व पेंशनर्स यूनियन द्वारा पंजाब सरकार की मुलाजिम व पेंशनर विरोधी नीतियों के खिलाफ 26 सितंबर को राज्य स्तरीय संघर्ष करने का ऐलान किया गया है। इसमें मुलाजिम दफ्तरी काम छोड़कर मोटरसाइकिलों पर काले बिल्ले व काले झंडे लेकर रोष मार्च करेंगे। पंजाब स्टेट पेंशनर्ज कंफेडरेशन के राज्य मुख्य राज कुमार अरोड़ा ने कहा कि गत दिन लुधियाना में राज्य प्रधान बख्शीश सिंह, चेयरमैन महिदर सिंह परवाना की अगुआई में कंफेडरेशन की राज्य स्तरीय बैठक हुई थी, जिसमें फैसला किया गया था कि पेंशनर अपनी मांगों की प्राप्ति के लिए राज्य स्तरीय संघर्ष करेंगे। मांगे न मानने पर 80 वर्ष के पैंशनर जेल भरो आंदोलन व मरणव्रत पर बैठने के लिए मजबूर होंगे। जिला संगरूर के प्रधान प्रीतम सिंह धूरा, महासचिव सविदर सिंह आनंद, वित्त सचिव नसीब चंद शर्मा, पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रियल एंड अलाइड पेंशनर्स वेल्फेयर एसोसिएशन के जिला प्रधान जसवीर सिंह खालसा, महासचिव सुरिदर सिंह सोढी ने कहा कि अगर सरकार ने 120 महीनों का महंगई भत्ते की किश्त का बकाया, चार बकाया किश्तें, कैशलैस मेडिकल स्कीम लागू करने, 7वें वेतन कमिश्नर बिना किसी देरी के लागू करना, नई भर्ती व पुरानी पेंशन बहाल करनी आदि बाकी सांझी मांगों को तुरंत पूरा न किया तो सरकार को जिमनी चुनाव में सबक सिखाया जाएगा। राज्य पेंशनर अरोड़ा ने कहा कि पिछले कई वर्षो से राज्य के मुलाजिमों व पेंशनरों को केंद्रीय पैटरन पर महंगाई भत्ते की किश्तें व प्रत्येक दस वर्ष के बाद वेतन आयोग के जरिए वेतन व पेंशन में बढ़ोतरी लगातार किया जाता है। लेकिन पहली बार सरकार द्वारा यह सुविधाएं छीनी गई हैं। जिस कारण मुलाजिमों व पेंशनरों में रोष पाया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि 15 फीसदी तीन किश्तें व इसका कई महीनों का बकाया तुरंत दिया जाए, वेतन आयोग के जरिए जनवरी 2016 से वेतन बढ़ाया जाए, मौके पर डा. मनमोहन सिंह, लाल चंद सैणी, कंवलजीत सिंह, सुरिदर शर्मा पीआरओ, बलदेव राज मदान, करनैल सिंह सेखों, ओम प्रकाश खीपल, जरनैल सिंह लुबाणा, गिरधारी लाल, पवन कुमार गर्ग, तिलक राज सतीजा आदि मौजूद थे।