सड़कों पर लगे गंदगी के ढेर, लोगों में रोष
सुनाम सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान प्रति शहर के लोग कितने जागरूक है।
जेएनएन, सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) : भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान के प्रति शहर के लोग कितने जागरूक हैं इसका पता तो अभी भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लगे गंदगी के ढेरों से लगता है। मौजूदा समय में पनप रही डेंगू के मच्छर जहां जानलेवा साबित हो रहे हैं वहीं इस गंदगी पर लावारिस पशु भी दिनभर भोजन की तलाश में मुंह मारते रहते हैं। जबकि सरकार लोगों को अपने सफाई का महत्व समझाते नहीं थक रही है।
गौर हो कि कुछ समय पहले नगर कौंसिल द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत विशेष मुहिम चलाकर शहर की कुछ जगहों से पर लगे कूड़े के ढेरों को हमेशा के लिए उठवाकर लोगों को राहत दिलाई थी, लेकिन अभी भी शहर के कई हिस्से ऐसे हैं जहां सड़कों के किनारे गंदगी आम देखी जा सकती है। इसमें शहर के जखेपल रोड़, जहां पर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के), दो वाटर वर्क्स व नजदीक ही रिहायशी क्षेत्र हैं व ऐसे ही शहर के पीरबन्ना बनोई रोड़, नई अनाज मंडी की सब्जी मंडी नजदीक जाखल रोड़ आदि का भी हाल कुछ ऐसा ही है, जहां कुछ धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ आवासीय क्षेत्र होने के बावजूद गंदगी व कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। ऐसे में भयानक बीमारियों का फैलना स्वभाविक है। यही नहीं इन गंदगी के ढेरों के कारण अवारा पशु भी कुछ खाने की तलाश में इन पर झुंड के रूप में हमेशा जमें रहते हैं। जिससे इधर से पैदल व वाहन सवार दोनों को ही गुजरना मुश्किल बना रहात रहा। कई बार लोग इनकी चपेट में आते-आते भी बचे हैं। ऐसे में नगर कौंसिल और शहर निवासियों को अपनी जिम्मेवारी समझते हुए स्वच्छ भारत अभियान में योगदान डालना चाहिए, ताकि शहर को स्वच्छ व लोगों को बीमारियों से मुक्त किया जा सके।
इस संबंध में नगर कौंसिल के सीनियर उपप्रधान कोमल कांसल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही गंदगी के ढेर हटवाए जाएंगे, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। लोग अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कूड़ा कूड़ेदान में ही डालें, ताकि गंदगी को फैलने से रोका जा सके।