नेताजी सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर रहे स्वतंत्रता सेनानी गुरदियाल सिंह का निधन
नेता जी सुभाष चंद्र बोस का भाषण सुनने के बाद 20 वर्ष की आयु में आजाद हिंद फौज में भर्ती होने 94 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी गुरदियाल सिंह का वीरवार को निधन हो गया।
जेएनएन, संगरूर। नेता जी सुभाष चंद्र बोस का रेडियो पर भाषण सुनने के बाद 20 वर्ष की आयु में आजाद हिंद फौज में भर्ती होने वाले संगरूर के 94 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी गुरदियाल सिंह का वीरवार सुबह निधन हो गया। गुरदियाल सिंह की सेहत पिछले लंबे समय से नाजुक चल रही थी। संगरूर में अपने घर पर ही उन्होंने अंतिम सांस ली।
बता देंं, नौ अगस्त को दिल्ली में भारत छोड़ो आंदोलन की 77वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें राष्ट्रीय सम्मान दिया था। तब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी। गुरदियाल सिंह का जन्म 1925 में अपने ननिहाल गांव महलकलां बरनाला में हुआ था। उनके पिता 1927 में मलेशिया में पीडब्ल्यूडी में नौकरी करने चले गए थे।
जैसे ही गुरदियाल सिंह जवान हुए तो वह भी मलेशिया जाकर ड्राइवर की नौकरी करने लगे। वहां नौकरी के दौरान रेडियो सुनने के शौकीन गुरदियाल सिंह एक बार सुभाष चंद्र बोस का भाषण सुनकर भावुक हो गए और देशभक्ति के रंग में रंग गए। 20 वर्ष की आयु में आजाद हिंद फौज में बतौर ड्राइवर भर्ती हुए। इसी दोरान बगावत का आरोप लगाते हुए अंग्रेजों ने गुरदियाल सिंह व अन्य कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया। सभी पर अदालत में केस चला और उन्हें पहले सिंगापुर व फिर दिल्ली के लाल किले में कैद रखा गया। रिहा होने के बाद उन्होंने अपने परिवार के पालन पोषण के लिए प्राइवेट बस पर ड्राइवर के तौर पर काम किया। अब वह संगरूर में रणबीर कॉलेज रोड के पास रहने वाले अपने पुत्र राजविंदर सिंह के पास रह रहे थे। शुक्रवार को उनका सरकारी सम्मान से सुबह 11 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें