धान की सीधी रोपाई के लिए बारिश नुकसानदायक
संगरूर खेतीबाड़ी विभाग किसानों को धान की सीधी रोपाई के लिए प्रेरित कर रहा है।
संवाद सहयोगी, संगरूर: खेतीबाड़ी विभाग किसानों को धान की सीधी रोपाई के लिए प्रेरित कर रहा है, क्योंकि देश में लॉकडाउन के कारण मजदूरों की कमी से किसानों के पास धान की सीधी रोपाई एक बेहतर विकल्प रह गया है। इसके बावजूद बीते दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की मुश्किलों में और इजाफा कर दिया है। मजदूरों की समस्या के चलते कई किसान धान की रोपाई कर चुके हैं अब उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि सीधी रोपाई के बाद फसल को पानी की इतनी जरूरत नहीं पड़ती। खेतीबाड़ी माहिरों की मानें तो जिन किसानों ने 12 से 15 दिन पहले धान की रोपाई की है, उन्हें चिता करने की कोई जरूरत नही हैं। अगर बात बागबानी की करें तो मात्र अंगूर व मिर्च को छोड़कर जिले में होने वाली सब्जियों व फलों के लिए बारिश लाभप्रद साबित होगी। उधर मौसम विभाग ने भी आने वाले तीन दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई है। कृषि विज्ञान केंद्र खेड़ी के सहायक डायरेक्टर डॉ. मनदीप सिंह ने कहा कि जिन किसानों को सीधी रोपाई किए दो सप्ताह के करीब समय हो गया है, वह बारिश की चिता न करें। बारिश का पानी उनकी फसल के लिए फायेदमंद होगा। इसके अलावा पिछले दो-चार दिन में जिन किसानों ने धान की सीधी रोपाई की है, वह खेतों में पानी न जमा होने दें। अभी धान के बीज का विकास अच्छी तरह नहीं हुआ है, इसलिए बीज को अधिक पानी की जरूरत नहीं है। वहीं बागबानी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. करनैल सिंह ने कहा कि जिले में हो रही बारिश मिर्च की फसल व अंगूर की बेल को नुकसान पहुंचा सकती है। जिले में होने वाले सभी फलों व सब्जियों के लिए बारिश लाभकारी है। जिले में कद्दू, टमाटर, खीरा, करेला, आम, नाशपाती, अंगूर, अमरूद, जामुन व पपीता सहित कई क्षेत्रीय फल व सब्जियां होती हैं। इन्हें बरसात से कोई नुकसान नहीं है। बरसात से बल्कि इन फसलों को काफी फायदा होगा। वहीं मौसम विभाग चंडीगढ़ के विशेषज्ञ डॉ. शिवइंद्र सिंह ने कहा कि अगले तीन दिन तक बारिश होने की संभावना है। बारिश के कारण गर्मी से निजात मिलेगी व पारा तकरीबन नौ डिग्री तक लुढ़क जाएगा। संगरूर में शनिवार दोपहर को तापमान जहंा 34.3 डिग्री सेल्सियस तक रहा, वहीं पूरे जिले में रविवार को तकरीबन आठ एमएम बारिश हुई।