पावरकरॉम कर्मियों को किसानों ने घेरा, दो घंटे बाद पुलिस ने करवाया रिहा
दिड़बा (संगरूर) नजदीकी गांव समूरां में बुधवार शाम को उस समय किसानों व बिजली मुलाजिम आमने सामने।
जेएनएन, दिड़बा (संगरूर) : गांव समूरां में बुधवार शाम को उस समय किसानों व बिजली मुलाजिम आमने सामने हो गए, जब एक किसान के घर पर बिजली चोरी पकड़ने के लिए बिजली कर्मचारियों की टीम पहुंची। बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने किसान पर बिजली चोरी का आरोप लगाया, जिसके चलते जब बिजली कर्मचारी किसान पर कार्रवाई करने लगे तो सूचना मिलने पर मौके पर भारतीय किसान यूनियन उगराहां के कार्यकर्ता पहुंच गए व बिजली कर्मचारियों को बंधक बना लिया गया। करीब दो घंटे बाद देर शाम को डीएसपी दिड़बा विलियम जेजी मौके पर पहुंचे व माहौल को शांत करके बिजली कर्मचारियों की टीम को रिहा करवाया। घेराव के कारण मौके पर बिजली कर्मचारियों व किसानों में स्थिति तनावपूर्ण बना रही।
भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के ब्लाक नेता गुरमेल सिंह कैंपर व दर्शन सिंह शादीहरी की अगुआई में किसानों ने जेई अमृतपाल सिंह समेत आधा दर्जन बिजली कर्मचारियों का घेराव किया। किसान नेता गुरमेल सिंह कैंपर ने कहा कि गांव समूरां के किसान लखवीर सिंह पर बिजली कर्मचारी झूठा बिजली चोरी का आरो लगा रहे हैं व बिजली चोरी के लिए कुंडी लगाए जाने की वीडियो बनाए जाने का दावा कर रहे हैं, जबकि यह सरासर झूठ है। आज सारा दिन गांव समूरां में कई गांवों की बिजली सप्लाई बंद की गई थी। इस कारण बिजली चोरी करने का इलजा झूठा साहिब हो रहा है।
पावरकॉम के एसडीओ रोहित गुप्ता ने बताया कि समूरां में पावर कट था व बिजली की लाइन के साथ लगते पेड़ों की कटाई की जा रही है। अचानक एक घर वाले बिजली कर्मचारियों को घर के नजदीक पेड़ की कटाई करने से रोक रहे थे, परंतु जब बिजली कर्मचारियों ने चेकिग की तो उसने बिजली की लाइन से सीधी कुंडी लगाकर बिजली चोरी की जा रही थी। कर्मचारियों ने इसकी वीडियो बनाई व इसके बाद किसान ने बिजली कर्मचारियों को धमकाना शुरू कर दिया। किसान ने बाकी किसानों को इकट्ठा करके जेई अमृतपाल सिंह समेत 12 मुलाजिमों का घेराव कर लिया। अधिकारियों ने किसान के खिलाफ बिजली मुलाजिमों से दुर्व्यवहार करने का पुलिस थाना दिड़बा में कार्रवाई करने के लिए लिखित शिकायत भी दे दी है। डीएसपी दिड़बा विलियम जेजी, एक्सईएन दीपक जिदल व ब्लॉक किसान नेता दर्शन सिंह शादीहरी की सांझी कमेटी द्वारा फैसला करके घेराव किए गए कर्मचारियों को रिहा कर दिया गया। बाकी मसले का हल वीरवार को आपस में बैठकर सुलझाने का भरोसा दिलाया।