संगरूर में रेलवे ट्रैक व प्लेटफार्म पूरी तरह खाली
संगरूर कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ रेलवे स्टेशनों व रेल ट्रैक पर चल रहा है।
संवाद सहयोगी, संगरूर : कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ रेलवे स्टेशनों व रेल ट्रैक पर चल रहे किसानों के धरने अब रेलवे ट्रैक व स्टेशन प्लेटफार्म से हट चुके हैं। किसान अब जिले भर में संगरूर रेलवे स्टेशन की पार्किंग स्थल पर ही डटे हुए हैं, जबकि भाकियू उगराहां ने जिले में विभिन्न जगहों पर धरने जारी हैं। जिले भर में रेलवे ट्रैक को किसानों ने पूरी तरह से खाली कर दिया है। इसके बावजूद रविवार को इलाके में कोई भी मालगाड़ी या पैसेंजर ट्रेन नहीं चली, किसानों ने एलान किया कि रेलवे ट्रैक व स्टेशनों को खाली कर दिया गया है, इसके बावजूद केंद्र सरकार रेल गाड़ियां चलाने को तैयार नहीं है।
स्थानीय रेलवे स्टेशन की पार्किंग में चल रहा रहा धरना प्रदर्शन रविवार को 39वें दिन भी जारी रहा। किसानों ने केंद्र सरकार व मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपनी भड़ास निकाली व दिल्ली चलो का नारा लगाते हुए किसानों को 26 नवंबर को दिल्ली चलने का आह्वान किया। धरना दौरान सुखविदर कौर बडबर के ढाडी जत्थे ने पेश किया। भाकियू सिद्धूपुर के जिला प्रधान सुरजीत सिंह फतेहगढ़ भादसों, भाकियू के प्रांतीय सचिव निरंजन सिंह, भाकियू डकौंदा के कार्यकर्ता सुखदेव सिंह, कुल हिद किसान सभा अजय भवन के निर्मल सिंह, कुल हिद किसान फेडरेशन के कार्यकर्ता गुरतेज सिंह, किरती किसान यूनियन के तेजिदर सिंह ने कहा कि मौजूदा दौर में समूचे पंजाब के लोग एक होकर मोदी की तानाशाही नीतियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। आने वाले दिनों में संघर्ष को तेज किया जाएगा। दिल्ली रैली से तो मोदी सरकार की जड़े ही हिल जाएंगी। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों से केवल किसानों की ही तबाही नहीं होगी, बल्कि यह कानून मशीनीकरण बढ़ाने का जरिया बनेंगे।
उधर, भाकियू उगराहां का भाजपा नेता सतवंत सिंह पूनिया के आवास के समक्ष धरना जारी रहा। इस मौके सुखपाल कौर, दर्शन सिंह, करनैल सिंह, निरंजन सिंह, रोही सिंह मंगवाल व कर्मजीत सिंह उपस्थित थे।