किसानों ने केंद्र का पुतला फूंका, बोले-मांगें पूरी नहीं कर रही सरकार
केंद्र सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दौरान मानीं गई मांगों को जमीनी स्तर पर लागू न करने के रोष में भाकियू एकता उगराहां के वर्करों ने विभिन्न गांव में केंद्र सरकार का पुतला फूंका।
जागरण टीम, संगरूर/भवानीगढ़/चीमा (संगरूर) : केंद्र सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दौरान मानीं गई मांगों को जमीनी स्तर पर लागू न करने के रोष में भाकियू एकता उगराहां के वर्करों ने विभिन्न गांव में केंद्र सरकार का पुतला फूंका। गांव लड्डा में केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसान नेता जगतार सिंह, बलवीर सिंह व गुरदेव सिंह ने कहा कि हालांकि केंद्र सरकार ने बड़े विरोध के चलते खेती विरोधी काले कानून रद कर दिए हैं, लेकिन अभी तक संघर्ष समाप्त नहीं हुआ है। जब तक सरकार द्वारा मानीं गई मांगे लागू नहीं होती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पांच जनवरी को प्रधानमंत्री की पंजाब फेरी के दौरान सख्त विरोध किया जाएगा। इसके लिए गांव में जाकर किसानों व नौजवानों को लामबंद किया जा रहा है। किसान जरनैल सिंह, कुलविदर सिंह, महिदर सिंह, सतिदर सिंह आदि मौजूद थे।
भवानीगढ़ के गांव घराचों, भट्टीवाल व लक्खेवाल में उगराहां यूनियन के ब्लॉक प्रधान अजैब सिंह की अगुर्वाइ में रोष प्रदर्शन किए गए। गांव के बस स्टैंड पर सीनियर उप प्रधान मनजीत सिंह की अगुवाई में पुतला फूंककर नारेबाजी की। नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार आगामी चुनाव के मद्देनजर पैंतरा खेल रही है। अभी तक लखीमपुर घटना के आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं। उधर पंजाब सरकार किसानों की मांगें नहीं मान रही है। उन्होंने नौजवानों को एकजुट होने की अपील की। इस मौके अमरजीत सिंह, निर्भय सिंह, प्रगट सिंह, हाकम सिंह आदि मौजूद थे।
उधर, चीमां में यूनियन ईकाई प्रधान हरजिदर सिंह औलख की अगुआई में केंद्र सरकार का पुतला जलाकर नारेबाजी की। किसान नेता गुरनैब सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार व पंजाब सरकार की वादा खिलाफी के कारण किसानों को ठंड में सड़कों पर धरने प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं। इससे लोगों को होने वाली परेशानियों की जिम्मेदारी केवल समय की सरकारें हैं। उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने तक प्रदर्शन किए जाएंगे। इस मौके बेअंत सिंह, गमदूर सिंह, मेली राम, नायब सिंह आदि मौजूद थे।