रोज पांच फार्मासिस्ट धरने पर बैठ रहे
जागरण संवाददाता संगरूर अपनी सेवाओं को नियमित करवाने के लिए फार्मासिस्टों व दर्जा ने प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, संगरूर : अपनी सेवाओं को नियमित करवाने के लिए फार्मासिस्टों व दर्जा चार मुलाजिमों द्वारा जिला स्तर पर लगाया गया धरना 26वें दिन भी जिला परिषद दफ्तर में जारी रहा। सरकार की कोरोना महामारी के मद्देनजर जारी की गई नई हिदायतों के मद्देनजर धरने पर मात्र पांच ही सदस्य बैठे। अब रोजाना पांच-पांच सदस्य धरने पर बैठकर संघर्ष को लगातार जारी रखेंगे।
जिला परिषद कार्यालय संगरूर में इक्ट्ठा हुए फार्मासिस्टों द्वारा सरकार की ओर से धरने प्रदर्शन पर लगाई रोक पर रोष व्यक्त किया गया। एसोसिएशन द्वारा जल्द ही पंचायत मंत्री की रिहायश से जेल भरो अंदोलन शुरु करने का ऐलान किया गया। रूरल फार्मेसी अफसर एसोसिएशन जिला हरमंदर कौर ने कहा कि सरकार चौदह वर्षों से ठेके पर काम करते फार्मासिस्टों को हक देने की बजाय उन्हें डंडे के जोर पर दबाना चाहती है। कोरोना के चलते फ्रंट लाइन पर सेवाएं दे रहे फार्मासिस्ट गत एक महीने से अपनी नियमित सर्विस की मांग को लेकर हड़ताल करने को मजबूर हैं। ड्यूटी पर उन्हें किसी प्रकार की नौकरी की सुरक्षा की गादंटी नहीं दी जा रही, लेकिन पंचायत मंत्री मामले के प्रति गंभीर नहीं है। मुख्यमंत्री द्वारा दो वर्ष पहले कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर करने के लिए बनाई सब कैबिनेट कमेटी को दोबारा उजागर कर कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर करने संबंधी ब्यान दिए जा रहे हैं, लेकिन जो सब कैबिनेट कमेटी इतने समय वर्ष से कच्चे मुलाजिमों को रैगुलर करने का एजेंडा कैबिनेट में पेश नहीं कर सकती है, वह अब क्या करेगी। उन्होंने कहा कि अब एसोसिएशन रेगुलर का नोटिफिकेशन जारी होने तक संघर्ष जारी रहेगा। अगर सरकार फार्मासिस्टों के मुद्दों को गंभीरता से नहीं लेती तो संघर्ष को तेज किया जाएगा।
इस मौके अरुणा रानी, सालिनी बांसल, प्रिस भरत, गुरविदर सिंह आदि उपस्थित थे।