आज से कामछोड़ हड़ताल करेंगे कच्चे मुलाजिम
पंजाब रोडवेज/पनबस कांट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन पंजाब व पीआरटीसी के कचे मुलाजिमों की राज्य कमेटी के फैसले के मुताबिक सोमवार को शहर के बस स्टैंड की वर्कशाप के गेट पर गेट रैली करके पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। साथ ही कचे मुलाजिमों ने एलान किया तीन व चार अगस्त को चार घंटे के लिए बस स्टैंड पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा व सरकार के पुतले जलाएंगे।
जागरण संवाददाता, संगरूर
पंजाब रोडवेज/पनबस कांट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन पंजाब व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों की राज्य कमेटी के फैसले के मुताबिक सोमवार को शहर के बस स्टैंड की वर्कशाप के गेट पर गेट रैली करके पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। साथ ही कच्चे मुलाजिमों ने एलान किया तीन व चार अगस्त को चार घंटे के लिए बस स्टैंड पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा व सरकार के पुतले जलाएंगे। पंजाब सरकार लगातार कच्चे मुलाजिमों से वादाखिलाफी कर रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे व अपनी मांगों की पूर्ति के लिए कड़ा संघर्ष किया जाएगा।
यूनियन के राज्य कार्यकर्ता व जिला प्रधान जतिदर सिंह गिल, परमिदर सिंह टिब्बा ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों दौरान कांग्रेस ने कच्चे मुलाजिमों को पहली कैबिनेट में पक्का करने का वादा किया था, लेकिन साढे चार वर्ष गुजरने के बावजूद उन्हें पक्का नहीं किया गया।
डिपो प्रधान जसिवंदर सिंह, सचिव सुखजिदर सिंह, चेयरमैन लखविदर सिंह ने कहा कि एक जुलाई को हुई बैठक में उनसे प्रपोजल मांगी गई थी, जिसके आधार पर मुलाजिमों को पक्का करने का वादा किया गया। प्रपोजल देने के बाद भी उन्हें पक्का नहीं किया गया। पनबस व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों को पक्का न करने के रोष में 26 जुलाई को राज्य के बस स्टैंड बंद कर धरने दिए थे। अब ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा पंजाब द्वारा दिए दो दिवसीय काम छोड़ो प्रोग्राम के तहत 3 व 4 अगस्त को समूह बस स्टैंड बंद कर सरकार के पुतले फूंके जाएंगे। यदि फिर भी हल न किया तो 9, 10 व 11 अगस्त को बसों की हड़ताल कर मुख्यमंत्री या नवजोत सिद्धू के आवास का घेराव किया जाएगा। मौके पर मनप्रीत सिंह, खजांची रणजीत सिंह, उपप्रधान रणदीप सिंह, कर्मजीत सिंह, पुशविदर सिंह, गुरप्रीत सिंह सहित पीआरटीसी संगरूर डिपो के वर्कर उपस्थित थे।
------------- ये हैं मांगें
पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी में कम से कम दस हजार नई बसें डालने, कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने, बराबर काम बराबर वेतन देने, रिपोर्ट की कंडीशन रद कर मुलाजिमों को बहाल करने की मांग की।