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पक्के मोर्चे पर बैठे डाक्टर, ओपीडी मुकम्मल बंद

छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट में एनपीए की दर कम करने के विरोध में हड़ताल पर चल रहे सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों ने सरकार की उदासीनता से आहत होकर सोमवार को तीन दिन के लिए सिविल सर्जन दफ्तर में पक्का मोर्चा लगा दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 06:31 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 06:31 PM (IST)
पक्के मोर्चे पर बैठे डाक्टर, ओपीडी मुकम्मल बंद
पक्के मोर्चे पर बैठे डाक्टर, ओपीडी मुकम्मल बंद

संवाद सूत्र, संगरूर

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छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट में एनपीए की दर कम करने के विरोध में हड़ताल पर चल रहे सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों ने सरकार की उदासीनता से आहत होकर सोमवार को तीन दिन के लिए सिविल सर्जन दफ्तर में पक्का मोर्चा लगा दिया।

सिविल सर्जन के कमरे के समक्ष सहायक सिविल सर्जन डा. जगमोहन समेत धरने पर बैठे डाक्टरों ने एलान किया कि तीन दिन तक दिन-रात पक्का मोर्चा जारी रहेगा व सिविल सर्जन दफ्तर का कामकाज भी मुकम्मल तौर पर ठप रखा जाएगा। अस्पतालों में केवल इमरजेंसी सेवा ही जारी रहेंगी। पैरलल ओपीडी भी बंदकर दी गई है। अगले तीन दिन तक मुकम्मल हड़ताल रहेगी। इसके बाद डायरेक्टर हेल्थ के दफ्तर के समक्ष तीन दिवसीय पक्का धरना लगाएंगे व संघर्ष की अगली रणनीति का एलान किया जाएगा। डाक्टरों की हड़ताल के कारण सोमवार को सिविल अस्पताल में मरीजों को सेहत सुविधाएं नहीं मिल पाईं व 400 से अधिक मरीज वापस लौटे। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सेवाएं निर्विघ्न जारी रही, जिस कारण इमरजेंसी में भारी गिनती में मरीज पहुंचे।

सिविल सर्जन दफ्तर में धरने के दौरान डा. अमनदीप कौर, डा. रमनवीर कौर, डा. राहुल, डा. पीएस कलेर ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष व्यक्त किया कि सरकार उनकी मांगों को लगातार अनदेखा कर रही है। सेहत मंत्री के गत सप्ताह धरने दौरान उनकी मांगों को जल्द पूरा करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा था, जिस पर डाक्टरों ने पैरलल ओपीडी जारी रखी, लेकिन सेहतमंत्री व सरकार ने वादाखिलाफी करके हुए अभी तक मांगों को पूरा नहीं किया है। सेहतमंत्री अपने वादे पर खरे नहीं उतरे। इससे से खफा होकर दिन रात का धरना शुरु कर दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर गौर न की तो संघर्ष तेज होगा। इस मौके डा. पूनम धीर, डा. राहुल, हरप्रीत रेखी, सुरभी, दीपक कासल, प्रभसिमरन सिंह, हरप्रीत चौहान व डा. नारायण आदि उपस्थित थे।

डाक्टरों की हड़ताल के कारण सिविल सर्जन दफ्तर का कामकाज भी प्रभावित हुआ, जहां लोग अपने मेडिकल सर्टिफिकेट, जन्म-मौत सर्टिफिके, दिव्यांगता सर्टिफिकेट, फूड लाइसेंस, ड्रग लाइसेंस व अन्य कामकाज के लिए पहुंचे, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा।

------------------ जल्द होगा डाक्टरों की समस्या का समाधान : सीएमओ सिविल सर्जन डा. अंजना गुप्ता ने कहा कि डाक्टरों की हड़ताल से पंजाब सरकार भली भांति परिचित हैं। उनकी तरफ से भी डाक्टरों की हड़ताल बाबत उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है। जल्द ही इनका समाधान निकलने की उम्मीद है।


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