डेरे में महंत की जगह ग्रंथी थोपने को लेकर छिड़ा विवाद
चीमा (संगरूर) झाड़ो में गुरुद्वारा पात्शाही दसवीं (बाबा हरदम सिंह के गुरुघर) में दो पक्षों में हुआ विवाद।
जेएनएन, चीमा (संगरूर)
नजदीकी गांव झाड़ो में गुरुद्वारा पात्शाही दसवीं (बाबा हरदम सिंह के गुरुघर) में दो पक्षों का गुरु घर पर कब्जा जमाने के नाम पर विवाद छिड़ गया है। इस संबंधी गुरुद्वारा साहिब में बतौर महंत सेवा निभा रहे बाबा भोला सिंह ने बताया कि वह 16 वर्ष से डेरे में सेवा निभा रहे हैं, जबकि अब धार्मिक संगठनों के कार्यकर्ता को ग्रंथी थोपकर कब्जा करने के मामले तहत विवाद खड़ा कर दिया है। गांव के पूर्व सरपंच नौरंग सिहं ने बताया कि गुरुद्वारा साहिब के नाम पर 24 एकड़ जमीन है व इसका प्रबंधक बाबा भोला सिंह काफी समय से गांव की सहमति से चल रहा है। अब कुछ लोग बाहरी लोगों को इस गुरुघर का कब्जा देने की फिराक में हैं।
दूसरी तरफ गांव की सरपंच के ससुर शेरा सिंह ने कहा कि एक ही सेवा गुरुद्वारा साहिब में सेवा कर रहा है, जबकि उनकी तरफ से लोगों से विचार करके नया ग्रंथी रखने की पेशकश रखी गई थी, व मौजूदा महंत भाल सिंह व उसके समर्थक ऐसा करने से इंकार कर रहे हैं। गांव निवासियों के पास अधिकार है कि वह ग्रंथी रख सकते हैं व बदल भी सकते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा विवाद कारण गांव में गुटबंदी उपजने के आसार बनते जा रहे हैं। किसी भी अप्रिया घटना को रोकने के लिए गुरुघर में भारी गिनती में पुलिस बल तैनात किया गया। ग्रामीणों ने कहा कि नई धार्मिक संगठन के सेवादारों की ओर से अखंड पाठ साहिब के प्रकाश किए गए हैं, जिसके शुक्रवार को भोग डाला जाएगा। मौके पर डीएसपी राजेश स्नेही ने दोनों पक्षों से बातचीत की व एसडीएम संगरूर ने मसले के हल के लिए दोनों पक्षों को शुक्रवार को तलब किया है। थाना चीमा के प्रमुख प्रितपाल सिंह ने कहा कि शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल गुरुघर में तैनात कर दिया गया है। फिलहाल स्थिति पूरी तरह काबू में है।