डिप्टी डीईओ ने कोताही करने पर दो अध्यापक किए मुअत्तल
पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा के अधिकार तहत राज्य में अनपढ़ता को समाप्त करने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं
संवाद सहयोगी, मालेरकोटला (संगरूर) : पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा के अधिकार तहत राज्य में अनपढ़ता को समाप्त करने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, परंतु यह दावे मात्र कागजों तक ही सीमित हैं। ब्लॉक अहमदगढ़ के सरकारी प्राइमरी स्कूल गोंसपुरा में पढ़ रहे गरीब परिवारों के बच्चों का स्कूल में नाम का दिया गया। गांव के कुछ लोगों की शिकायत पर स्कूल में पहुंचे डिप्टी डीईओ विनोद हांडा सहित प्राइमरी शिक्षा अधिकारी तलविदर सिंह ने स्कूल की चेकिग की। इस दौरान कई खामियां सामने आई।
विनोद हांडा ने बताया कि गांव निवासी मोहम्मद गनी खां व दिलशाद ने शिक्षा अधिकारी को शिकायत की थी कि स्कूल में हेड टीचर के पद को समाप्त करने की नीयत से एक अध्यापक द्वारा स्कूल में पढ़ रहे गरीब परिवारों के 19 बच्चे के नाम काटने की शिकायत ठीक पाई गई। मिड-डे मील मैन्यूल के मुताबिक भी ठीक नहीं पाया गया। सफाई का भी कोई उचित प्रबंध नहीं था। स्कूल में बिजली व पेयजल का भी प्रबंध ठीक नहीं था। मिड-डे मील का खाना बनाते समय दही की जगह इमली क्यों प्रयोग में लाई जा रही है, तो उन्होंने कहा कि इसके सबंध में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूल में गंभीर खामियां पाए जाने के कारण अध्यापक ममता वर्मा व अमनदीप कौर को मुअत्तल कर दिया गया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच कर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी, जिन 19 बच्चों के नाम काटे गए हैं उन बच्चों सहित और बच्चों के नाम दाखिल किए जा रहे हैं। बच्चों की पढाई खराब न हो इसलिए अध्यापक कर्णवीर कौर को स्कूल में तैनात कर दिया गया है।