अमानवीयता की इंतहा: रंजिश में पिलर से बांध तीन घंटे पीटा, मांस नोचा, पानी की जगह पिलाया Urine
आपसी रंजिश में गांव के ही कुछ लोगों ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी। व्यक्ति को पिलर से बांधकर पीटा गया और पानी मांगने पर उसे मूत्र पिलाया गया।
जेएनएन, लहरागागा [संगरूर]। आपसी रंजिश में गांव के ही कुछ लोगों ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी। चंगालीवाला में कुछ लोगों ने अनुसूचित जाति (Scheduled Caste) से संबंधित एक व्यक्ति को मकान में ले गए। वहां उसे तीन घंटे तक पिलर बांधकर रॉड व लाठियों से पीटा गया। जब उसने पानी मांगा तो उसे मूत्र (Urine) पिलाया गया। उसकी जांघों से मांस भी नोचा गया। बाद में मौके पर पहुंचे युवक के साथियों ने उसकी जान बचाई और उसे उक्त लोगों से मुक्त करवाकर घर भेज दिया। घटना सात नवंबर की है। पीड़ित PGI Chandigarh में उपचाराधीन है। इस बारे में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और SC commission ने भी कड़ा नोटिस लिया है।
37 वर्षीय पीड़ित जगमेल सिंह ने बताया कि 21 अक्टूबर को गांव के कुछ लोगों से उसका झगड़ा हो गया था, जिसके बाद पंचायत में राजीनामा भी हो गया। सात नवंबर को वह गांव के पंच गुरदियाल सिंह के घर पर बैठा था। इस दौरान वहां आरोपित रिंकू, लक्की, गोली, बिट्टा व बिंदर सिंह आए। उन्होंने कहा कि वे उसे दवा दिलाकर लाते हैं और सभी उसे रिंकू के घर पर ले गए। वहां पर अमरजीत सिंह पहले से मौजूद था।
उन्होंने उसे वहां पिलर से बांधकर रॉड व लाठियों से पीटा। बेसुध होने पर जब उसने पानी मांगा, तो उसे जबरदस्ती मूत्र पिलाया गया। करीब तीन घंटे बाद वहां उसका साथ लाडी दूसरे लोगों को लेकर आया और उसे छुड़वाया। गंभीर हालत में उसकी पत्नी ने उसे सिविल अस्पताल संगरूर में भर्ती करवाया। वहां से उसे बाद में पटियाला और अब पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर किया गया है। इस बारे में डीएसपी बूटा सिंह ने बताया है कि जगमेल सिंह के बयान पर रिंकू, अमरजीत सिंह, लक्की, बिट्टा उर्फ बिंदर निवासी चांगलीवाला के खिलाफ विभिन्न धाराओं व SC/ST Act के तहत केस दर्ज कर लिया है। सभी आरोपित फरार हैं।
प्लास से जांघों से नोचा मांस, नाखून खींचने का भी प्रयास
जगमेल सिंह की पत्नी ने बताया कि उसके पति से अमानवीय व्यवहार किया गया। जगमेल की जाघों पर से किसी प्लास या अन्य नुकीले औजार से मांस नोचा गया। पैरों के नाखून भी खींचकर निकालने का प्रयास किया गया। इस अत्याचार से जब जगमेल बेसुध हो जाता, तो उसे दोबारा उठाकर मारपीट करते। अगर लाडी समय पर न पहुंचता तो आरोपित उसके पति को वे जान से मार देते।
पीड़ित परिवार के पास नहीं इलाज को पैसे, यूथ पावर ने करवाया इलाज
मजदूरी का काम करने वाले जगमेल सिंह के परिवार की आर्थिक दशा बेहद कमजोर होने के कारण उनके पास इलाज तक के पैसे नहीं हैंं। पटियाला रेफर करने पर परिवार के पास मात्र एक हजार रुपये थे। ऐसे में यूथ पावर संगरूर के प्रतिनिधि विक्रमदीप सिद्धू ने अपने साथियों की मदद से पीड़ित को भर्ती करवाया। वहां से अब उसे पीजीआइ रेफर किया गया है।
एससी कमीशन कल करेगा पीडि़त से मुलाकात
एससी कमीशन की सदस्य पूनम कांगड़ा ने बताया कि इस अमानवीय व्यवहार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शनिवार को पीडि़त से मुलाकात करके सारी जानकारी प्राप्त की जाएगी। पुलिस की ढील को भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
हरियाणा की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें