बीमारियों से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी : डॉ. प्रेमपाल
सेहत विभाग द्वारा सरकारी नर्सिग ट्रेनिग इंस्टीट्यूट में एडोलसेंट एजुकेशन अनीमिया मुक्त भारत पीसी व पीएनडीटी एक्ट संबंधी वर्कशाप करवाई गई।
जागरण संवाददाता, संगरूर : सेहत विभाग द्वारा सरकारी नर्सिग ट्रेनिग इंस्टीट्यूट में एडोलसेंट एजुकेशन, अनीमिया मुक्त भारत, पीसी व पीएनडीटी एक्ट संबंधी वर्कशाप करवाई गई। इस दौरान जिले के सीनियर मेडिकल अफसर, ब्लॉक प्रसार शिक्षक, शिक्षा विभाग, महिला व बाल विकास विभाग से अधिकारियों ने शिरकत की। इस अवसर पर जिला सेहत अफसर डॉ. प्रेम पाल गिल मुख्य मेहमान के तौर पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग की विभिन्न सेवाएं अन्य भी अच्छे तरीके से लोगों तक पहुंच सकती हैं, यदि विभिन्न विभाग इसमें अपनी बनती भूमिका निभाएं। डॉ. गिल ने कहा कि जागरूकता सबसे अच्छा साधन है। इसलिए जरूरी है कि खासकर मौसमी बीमारियों अनीमिया से रोकथाम संबंधी अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाए।
जिला टीकाकरण अफसर डॉ. दलजीत सिंह ने मानसिक रोगों व बच्चों के सुझाव में आने वाली तबदीलियों संबंधी कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वह अपने बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं। डॉ. दलजीत ने कहा कि किशोर अवस्था में बच्चों में खासकर शारीरिक व मानसिक बदलाव आते हैं, जिन्हें समझने की जरूरत है। अनीमिया मुक्त भारत तहत डॉ. अमनजोत कौर व डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि माताओं की मौत दर का एक अहम कारण अनीमिया है, इस पर आयरन भरपूर खुराक लेकर काबू किया जा सकता है। अनीमिया की रोकथाम के लिए सेहत विभाग द्वारा डब्ल्यूआइएफएस के तहत हर सप्ताह स्कूल के बच्चों को आयरन की गोली खिलाई जाती है। जिला परिवार भलाई अफसर डॉ. रविदर कलेर व बच्चों के माहिर डॉ. परमवीर सिंह कलेर ने अल्ट्रासाउंड सेंटरों की चेकिग दौरान ध्यान रखने वाले नुक्तों की जानकारी दी। इस अवसर पर पेंटिग मुकाबले भी करवाए गए व विभिन्न स्थान हासिल करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया।