नालियों को अंडरग्राउंड के काम में धांधली का आरोप
शहर के विभिन्न वार्डों में नालियों को पाईप डालकर अंडरग्राउंड करने के विकास कार्य में हो रही कथित तौर पर धांधली बढ़ती जा रही है
संवाद सूत्र, धूरी (संगरूर)
शहर के विभिन्न वार्डों में नालियों को पाईप डालकर अंडरग्राउंड करने के विकास कार्य में हो रही कथित तौर पर धांधली बढ़ती जा रही है। बता दें कि 28 दिसंबर को स्थानीय वार्ड नंबर 8में गलियों को अंडरग्राउंड करने के चल रहे विकास कार्यों में लापरवाही सामने आई थी। जिसकी वार्ड के पार्षद अजय परोचा ने उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की थी। ऐसे में अब आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता डा. अनवर भसौड़, राजवंत सिंह घुल्ली व सुखपाल सिंह पाला ने विकास कार्यों की जांच कर घटिया सामग्री इस्तेमाल करने के आरोप लगाए।उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा मिलीभगत कर घपलेबाजी की जा रही है। 8 इंच के बजाय 6 इंच वाले जाली मार्का पाइप डाले जा रहे हैं। इनमें से बहुत से पाईप आइएसआइ मार्का नहीं है। पाईप लेवल के मुताबिक नहीं डाले जा रहे। ऐसे आगे जाकर लोगों को भारी परेशानी होने वाली है।
उन्होंने कहा कि पैसे के हो रहे गलत इस्तेमाल पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही, जो सवाल खड़े करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते जांच न की तो पार्टी संघर्ष शुरु करेगी।
इस संबंध में नगर कौंसिल की प्रधान पुष्पा रानी के पति संदीप तायल ने कहा कि तकनीकी कारण की वजह से छह इंच वाले पाइप डाले जा रहे हैं। किसी को भी लापरवाही नहीं करने दी जाएगी। तहसील कांप्लेक्स के बूथों की अलाटमेंट की होनी चाहिए जांच : गत दिन कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला द्वारा संगरूर शहर की तहसील कंप्लेक्स में बारह लोगों को अलाट किए गए बूथों में आधे से लोग जरूरतमंद नहीं थे, वह कैबिनेट मंत्री के चहेते हैं। यह बात आम आदमी पार्टी की नेता नरिदर कौर भराज ने कही।
उन्होंने कहा कि पंजाब का नौजवान रोजगार के लिए पानी की टंकियों पर चढ़ने को मजबूर है। सरकार की गलत पालिसी के चलते विदेश भाग रहा है। उपर से पंजाब के मंत्री जरूरतमंदों को रोजगार देने की बजाय अपने चहेतों को रोजगार बांटने में ले हैं। भराज ने कहा कि कैबिनेट मंत्री अलाटमेंट संबंधी जनता को जवाब दें कि किस योग्यता के आधार पर बूथ अलाट किए गए हैं। आम पढ़े लिखे नौजवानों को अनदेखा किया गया है। जिसका हिसाब जनता जल्द लेगी। उन्होंने मामले में प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच की मांग की।