अकाली दल के पास नहीं कोई प्रबल उम्मीदवार : जस्सी जसराज
मूनक संगरूर अकाली दल बादल के पास कोई उम्मीदवार नहीं है। इसलिए अकाली दल की डूबती बेड़ी को बचाने के लिए सुखबीर सिंह बादल खुद फिरोजपुर व उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल को बठिडा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरना पड़ा ताकि पार्टी का अस्तित्व बरकरार रह सके।
संवाद सहयोगी, मूनक (संगरूर):
शिरोमणि अकाली दल (ब) के पास लोकसभा चुनाव मैदान में उतारने के लिए कोई उम्मीदवार नहीं है। इसलिए अकाली दल की डूबती बेड़ी को बचाने के लिए सुखबीर सिंह बादल खुद फिरोजपुर व उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल को बठिडा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरना पड़ा, ताकि पार्टी का अस्तित्व बरकरार रह सके। इन विचारों का प्रगटावा पीडीए के संगरूर लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार जस्सी जसराज ने मूनक में पत्रकारों से बातचीत करते किया। उन्होंने कहा कि अकाली दल व कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। अकाली दल को पता चल गया है कि उनकी हार पक्की है। बेअदबी मामले संबंधी जस्सी ने कहा कि सिखों को इंसाफ कैसे मिलेगा, कैप्टन का बादलों को बचाने के लिए पूरा जोर लगा हुआ है, कैप्टन नहीं चाहते कि यह केस सीबीआई के पास जाए। राजा वड़िग पर जसराज ने कहा कि जो व्यक्ति लोगों को मारने की बात करे वह लोगों का क्या भला कर सकता है। भगवंत मान संबंधी उसने कहा कि किक्ली कलीर दी जड़ वड्डे वीर दी.. इस कहावत तहत भगवंत मान ने पार्टी में कोई अच्छा नेता नहीं छोड़ा। उनका भगवंत मान से कोई मुकाबला नहीं उनका मुकाबला कांग्रेस के साथ है। इस उपरांत अपने पूरे काफिले सहित डोर टू डोर शहर के लोगों से वोटें मांगी। इस मौके भीम सिंह, सतवंत सिंह, राम सिंह, कुलदीप सिंह, कृष्ण सिंह, बलदेव सैणी, दलजीत सिंह, सतपाल सिंह, निशान सिंह, राममेहर सिंह, कुलदीप सिंह, मोती राम आदि उपस्थित थे।