कापी पंजाब के लिए---- हजरतनिजामुद्दीन से 16 लोग अहमदगढ़ लेकर आए थे कोरोना की जमात
अहमदगढ़ (संगरूर) सब डिवीजन अहमदगढ़ के नजदीकी गांव दहलीज कलां में नई दिल्ली से आए थे।
संवाद सहयोगी, अहमदगढ़ (संगरूर) :
सब डिवीजन अहमदगढ़ के नजदीकी गांव दहलीज कलां में नई दिल्ली से पहुंची जमात में से एक जमाती की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद गांव में हड़कंप मच गया है। पुलिस प्रशासन सहित मेडिकल टीमों ने तुरंत दहलीज कलां को सील कर दिया व गांव में अनाउसमेंट करवाकर उक्त जमाती के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को अपनी जांच करवाने व अन्य व्यक्तियों को अपने घरों में ही रहने के लिए हिदायत दी। एसडीएम बिक्रमजीत सिंह पांथे ने कहा कि 4 मार्च को दिल्ली से 16 जमातियों का एक समूह मालेरकोटला पहुंचा था। पांच मार्च से उक्त पॉजिटिव मरीज मालेरकोटला, पोहीड़, घुंगराणा, किला रायेपुर, सरीह, हनफिया मस्जिद अहमदगढ़, नुरानी मस्जिद अहमदगढ़, दहलीज मोहम्मदी मस्जिद, दहलीज नुरानी मस्जिद, दहलीज अलक्रिम मस्जिद में पहुंचा। वह 26 मार्च को दहलीज कलां पहुंचा, जब देश में एक कोरोना प्रकोप दी दहशत फैल गई। 28 मार्च से यह सभी जमाती पुलिस व प्रशासन की निगरानी में दहलीज कलां में तीन-तीन मस्जिदों में रह रहे थे। प्रशासन ने इन्हें गत दिनों अकाल डिग्री कालेज मस्तुआना साहिब में बनाए गए आइसोलेशन केंद्र में भर्ती करवाया, जहां उक्त जमाती के सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजे गए। वीरवार देर रात को उक्त जमाती की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे सिविल अस्पताल संगरूर के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। शुक्रवार को प्रशासन ने बाकी 15 जमातियों को भी तुरंत मस्तुआना साहिब के आइसोलेशन केंद्र में शिफ्ट किया गया तथा इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए।
दिल्ली की जमात के प्रभारी मीर साहिब ताहिर अली ने कहा कि यह जमात पांच मार्च को मालेरकोटला से निकटवर्ती गांव पोहिड़ में पहुंची व 10 मार्च को मालेरकोटला लौट गए। 13 मार्च को किलारायपुर, 16 मार्च को गांव सरिह से 19 मार्च को अहमदगढ़ गए। 21 मार्च तक रेलवे लाइन मस्जिद में रहा उसके बाद नूरानी मस्जिद अहमदगढ़ में 26 मार्च तक रुका। ताहिर अली अनुसार जमात के सभी लोग दिल्ली के रहने वाले है। जमात का अलग-अलग स्थानों पर जाने का दो महीने का कार्यक्रम था। कल रात से प्रशासन ने दहलीज कलां गांव को पूरी तरह से सील कर दिया व स्वास्थ्य विभाग की टीमें विशेष रूप से गांव की निगरानी कर रही हैं।