मोबाइल छीन युवक को पीटा
रूपनगर रूपनगर में शनिवार देर रात एमवीआइ दफ्तर के पास गाड़ी चालक को रोक पहले उससे एक अज्ञात युवक ने मारपीट की और पर्स व मोबाईल छीनने की नीयत से गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए। जिसके बाद अज्ञात युवक ने ही चोर-चोर का शोर डाल दिया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर
रूपनगर में शनिवार देर रात एमवीआइ दफ्तर के पास गाड़ी चालक को रोक पहले उससे एक अज्ञात युवक ने मारपीट की और पर्स व मोबाईल छीनने की नीयत से गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए। जिसके बाद अज्ञात युवक ने ही चोर-चोर का शोर डाल दिया। शोर सुनने के बाद नजदीकी गांव निवासी मौके पर पहुंच गए व बिना पड़ताल किए गाड़ी चालक को पकड़ अपने साथ गांव टप्परीयां में ले गए जहां उसे एक खंभे से बांधते हुए उसके साथ मारपीट करने लगे। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर गाड़ी चालक को ख्ाभे से खोला और अपने साथ लेकर थाने पहुंच गई। उधर वाहन चालक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने पीड़ित को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की बजाय थाने में ले जाकर बंद कर दिया। जब सुबह हुई तो गांव के गणमान्य लोगों के कहने पर छोड़ा जिसके बाद उनके द्वारा ही पीड़ित को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। सिविल अस्पताल में दाखिल घायल शाहिद अली पुत्र गुड्डू निवासी छोटी हवेली ने बताया कि वह म¨हद्रा पिकअप गाड़ी चलाता है और रात करीब डेढ़ बजे जालंधर से सामान छोड़ कर रूपनगर आ रहा था। देर रात होने के चलते उसने जेआर सिनेमा के एक ढाबे पर चाय पी। घायल शाहिद ने बताया कि थकान ज्यादा होने के चलते वह थोड़ी देर के लिए एमबीआइ दफ्तर के पास आराम करने के लिए रुका तो अचानक एक युवक आया और गाड़ी के साथ छेड़छाड़ करने लगा। जब उसने गाड़ी का दरवाजा खोला तो युवक पर्स व मोबाइल मांगने लगा और मारपीट करने लगा। उन्होंने बताया कि युवक ने पर्स में से गाड़ी का 2900 रुपये किराया व मोबाइल झपट लिया तथा जिसके बाद गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और चोर-चोर का शोर मचाने लगा। कुछ ही देर में वह अपने साथियों के साथ गांव टप्परीयां में ले गया और एक पोल के साथ बांध कर पीटने लगे। घायल ने बताया कि मेरे मोबाइल फोन से मेरे परिवार के मेंबरों को बुलाया और बाद में उनके साथ भी मारपीट करने लगे और पुलिस को सूचित किया। उसने कहा कि पुलिस मुलाजिम सुरेश कुमार ने मौके पर पहुंच कर उसे खोला और अपने साथ थाना सिटी में ले आए। उसे पूरी रात थाने में बंद रखा और सुबह गांव के गणमान्य लोगों के कहने पर छोड़ा। घायल शाहिद की माता समीन, भाई वाहिद, नेता राहुल, इशाद अली, यूनिस, सलीम, जावेद, आमिन, इंतजाक, जैसमीन, रिहाना आदि ने पुलिस पर आरोप लगाए और उच्च अधिकारियों से इंसाफ की मांग की है। इस बारे जांच अधिकारी सुरेश कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें गांव से चोर पकड़े जाने का फोन आया था जिसके बाद उन्होंने गांव पहुंच गांववासियों के द्वारा बांधे हुए व्यक्ति को अपने कब्जे में लिया व उसे थाने में पूछताछ के लिए लेकर आ गए। इस मामले की अभी गंभीरता से जांच की जा रही है।