पहाड़ों में बर्फ न पिघलने से भाखड़ा बांध में लगातार घट रहा जलस्तर
भाखड़ा बाध के जलस्तर में लगातार कमी होती जा रही है जिस वजह से चिंता बढ़ती जा रही है कि कहीं पंजाब-हरियाणा और राजस्थान को भाखड़ा से जाने वाले पानी में कमी आ जाने से त्राहि त्राहि न मच जाए।
जासं, भाखड़ा बांध (नंगल)
भाखड़ा बाध के जलस्तर में लगातार कमी होती जा रही है जिस वजह से चिंता बढ़ती जा रही है कि कहीं पंजाब-हरियाणा और राजस्थान को भाखड़ा से जाने वाले पानी में कमी आ जाने से त्राहि त्राहि न मच जाए। बाध में सोमवार को भी पिछले 24 घटे के दौरान पानी की आवक में वृद्धि नहीं हुई है। 20357 क्यूसिक तक दर्ज हुई । आवक में से माग के अनुसार 35986 क्यूसिक पानी बांध से छोड़ना पड़ रहा है। यही वजह है कि पिछले 24 घटे में बाध के जलस्तर में 2.91 फीट की कमी आ जाने से जल स्तर 1497.07 फीट तक पहुंच गया है। सूत्रों के अनुसार भाखड़ा बाध के विशाल कैचमेंट एरिया से आने वाले पानी में कमी की वजह बर्फ का न पिघलना है। इन दिनों डैम में आने वाले पानी का मुख्य स्त्रोत बर्फ का पिघलना ही होता है। ऐसे में बर्फ के कम पर पिघलने से गिरते जा रहे जलस्तर ने चिंता बढ़ा दी है। छोड़े गए पानी से 200.52 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया है। गौरतलब है कि पिछले साल आज के दिन जलस्तर 66.67 फीट अधिक यानि 1564.04 फीट था वहीं आवक का ग्राफ भी आज की तुलना में करीब 9506 क्यूसिक अधिक यानी 29582 क्यूसिक था। पिछले साल 30205 क्यूसिक पानी छोड़कर 204.28 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया था। इस वजह से डैम में मात्र 0.06 फीट की कमी हुई थी। भाखड़ा बाध में ब्यास नदी से आने वाले पानी का ग्राफ 5084 क्यूसेक दर्ज किया गया है। 25 जून: 6 बजे कंट्रोल रूम में दर्ज भाखड़ा बांध के आंकड़े---
25-06-18 25-06-17
जल स्तर 1497.07 फीट 1564.04 फीट
पानी की आवक 20357 क्यूसिक 29582 क्यूसिक
आऊट फ्लो 35986 क्यूसिक 30205 क्यूसिक
ब्यास नदी से आवक 5084 क्यूसिक 8382 क्यूसिक
विद्युत उत्पादन 200.52 लाख यूनिट 204.28 लाख यूनिट
24 घंटे में जल स्तर
में कमी 2.91 फीट कमी 0.06 फीट