श्रद्धालुओं को ले जा रहा वाहन बना आग का गोला, धू-धू कर जली, आठ लोगों ने ऐसे बचाई जान
नंगल के पास हाइवे पर श्रद्धालुओं को ले जा रही एक गाड़ी नील गाय से टकरा गई। इससे उसमें आग लग गई और यह देखते-देखते आग का गोला बन गई। आठ श्रद्धालुओं ने किसी तरह जान बचाई।
नंगल (रुपनगर), जेएनएन। क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर एक चलती गाड़ी में आग लग गई। श्रद्धालुओं को ले जा रहा यह टाटा वेंजर वाहन देखते-देखते आग का गोला बन गया। इसमें सवार आठ लोग किसी तरह गाड़ी के शीशे तोड़कर बाहर निकले। यह श्रद्धालु अमृतसर से आनंदपुर साहिब माथा टेकने जा रहे थे। हादसा गांव रामपुर सानी के पास सड़क पर एक नीलगाय के अचानक गाड़ी के सामने आ जाने से हुआ। वाहन पूरी तरह जलकर राख हो गया।
जानकारी के अनुसार, सभी श्रद्धालु अमृतसर के निकट गुरु के बाग गांव के रहने वाले हैं। हादसा नंगल-उना एनएच (एक्टेंशन) 503 पर रामपुर सहनी गांव के सीएनजी फिलिंग स्टेशन के पास हुआ। गाड़ी के चालक सूरज सिंह ने बताया कि वे अमृतसर से श्री आनंदपुर साहिब माथा टेकने जा रहे थे। वे बुधवार रात्रि करीब 11 बजे अमृतसर से चले थे। वे हिमाचल बॉर्डर क्रॉस करके पंजाब में पहुंचे तो नया नंगल के सुनसान इलाके से निकली नीलगाय गाड़ी के आगे आ गई। गाड़ी तेज होने के कारण वह नीलगाय से टकरा गई। इसके बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा कर पलट गई।
चालक ने बताया कि इससे गाड़ी में आग लग गई और इसके सभी दरवाजे बंद हो गए। गाड़ी में सवार आठ लोगों ने बड़ी मुश्किल से शीशे तोड़कर बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। सभी के बाहर निकलते ही गाड़ी आग का गोला बन गई। राहत की बात है कि आग लगने से पहले सभी लोग गाड़ी से बाहर आ चुके थे। गाड़ी में अमृतसर के गांव गुरु के बाग के रहने वाले प्रेम सिंह व रंजीत सिंह और उनका परिवार जा रहा था।
हादसे में मादा नीलगाय की मौत हो गई। वन्य प्राणी विभाग ने मृत नीलगाय को दफना दिया है। बता दें कि इस जगह पर पहले भी जंगली जानवरों के अचानक सड़कों पर आ जाने से कई हादसे हो चुके हैं लेकिन अभी तक जरूरत के अनुसार सड़क किनारे लोहे की जाली नहीं लग पाई है।