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मेन लाइन से नहीं जुड़ी वर्टिकल शाफ्ट, मिली लीकेज, विभाग बोला अभी टेस्टिंग कर रहे हैं

जिस वर्टिकल शाफ्ट को जोड़ने के लिए पेयजल सप्लाई दो दिन बंद की थी वो अभी तक मेन लाइन से नहीं जुड़ी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 11:00 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 06:15 AM (IST)
मेन लाइन से नहीं जुड़ी वर्टिकल शाफ्ट, मिली लीकेज,  विभाग बोला अभी टेस्टिंग कर रहे हैं
मेन लाइन से नहीं जुड़ी वर्टिकल शाफ्ट, मिली लीकेज, विभाग बोला अभी टेस्टिंग कर रहे हैं

जागरण संवाददाता, रूपनगर: नगर कौंसिल प्रबंधन ने जिस वर्टिकल शाफ्ट को जोड़ने के लिए हाल ही में शहर की पेयजल सप्लाई दो दिन के लिए बंद की थी , वो अभी तक मेन सप्लाई की लाइन से नहीं जुड़ पाई है। वर्टिकल शाफ्ट को चेक किया गया, तो अभी भी उसमें लीकेज मिली। इस पर सीवरेज एवं वाटर सप्लाई विभाग ने कहा कि अभी तक तो सिर्फ टेस्टिग कर रहे हैं। वर्टिकल शाफ्ट तो तभी मेन लाइन से जुड़ेगी, जब कौंसिल प्रबंधन कहेगा, जबकि कौंसिल प्रधान परमजीत सिंह माक्कड़ ने शहर में दो दिन (28 व 29 नवंबर) को पेयजल सप्लाई को वर्टिकल शाफ्ट की मेन लाइन से जोड़ने के लिए बंद करने की बात कही थी। गौर हो कि सीवरेज एवं वाटर सप्लाई विभाग की लापरवाही के चलते आठ साल बाद वर्टिकल शाफ्ट (होदी) का निर्माण इस साल के अंत में शुरू हो पाया है, लेकिन इस साल भी इसका फायदा शहरवासियों को नहीं हो पाएगा। पूर्व अकाली भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में साल 2011 में कुराली-कीरतपुर साहिब फोरलेन प्रोजेक्ट के निर्माण के समय वर्टिकल शाफ्ट पुल निर्माण के आड़े आने की वजह से तोड़नी पड़ी थी। उस समय के बाद इसका निर्माण कौंसिल ने करवाना अब तक जरूरी नहीं समझा और न ही संबंधित विभाग ने इसे गंभीरता से लिया। इसका नतीजा यह है कि पेयजल सप्लाई की हरेक साल गर्मियों में किल्लत के रूप में शहरवासी आठ साल से भुगत रहे हैं। शहर की आबादी 57 हजार के आसपास है। वर्टिकल शाफ्ट बनने के बाद ही इतनी आबादी के लिए पेयजल सप्लाई व्यवस्था में सुधार आएगा। उल्लेखनीय है कि शहर को पांच क्यूसिक पानी भाखड़ा नहर से लेने की आधिकारिक मंजूरी है, लेकिन वर्टिकल शाफ्ट न होने की वजह से 11 सालों से अभी तक केवल दो क्यूसिक पानी ही सप्लाई हो रहा है। हरेक साल वाटर सप्लाई और सीवरेज विभाग आश्वासन देता है कि जल्द वर्टिकल शाफ्ट बनाकर दी जाएगी, लेकिन इस साल भी ये मेन लाइन से जुड़ नहीं पाई है। बता दें कि भाखड़ा पर बने साइफन पर पानी इकट्ठा होकर प्रेशर के साथ वाटर व‌र्क्स तक बिना किसी खर्च के आसानी से पहुंचता है।

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यहां मेन लाइन नहीं झेल पाएगी प्रेशर दूसरा मुद्दा ये है कि वर्टिकल शाफ्ट का प्रेशर झेलने की मेन लाइन की क्षमता भी नहीं है, क्योंकि सरहिद नहर के पुल के नीचे से गुजरती मेन सप्लाई की पाइप लाइन इस साल में दो बार लीक हो चुकी है और कई जगह उसकी हालत खस्ता है। अगर वर्तमान हालात में अंदाजा लगाएं तो आगामी साल की पहली तिमाही तक वर्टिकल शाफ्ट के मेन लाइन से जुड़ने की उम्मीद की जा सकती है। ऐसा भी तब संभव है , जब अधिकारी गंभीरता से इस मामले में काम करें।

लीकेज की जानकारी नहीं, ईओ वहीं नगर कौंसिल के ईओ भजन चंद ने कहा कि उनके ध्यान में ये नहीं है कि वर्टिकल शाफ्ट में लीकेज हुई है। इस बारे में सीवरेज एवं वाटर सप्लाई विभाग के एसडीओ से बातचीत की जाएगी। दो माह में बनेगी वर्टिकल शाफ्ट: एसडीओ ऊधर सीवरेज एवं वाटर सप्लाई विभाग के एसडीओ अरविदर कुमार मेहता ने बताया कि वर्टिकल शाफ्ट बन गई है और अभी इसकी टेस्टिग का काम चल रहा है। मेन पाइप लाइन की जरूरी मरम्मत के बारे में कौंसिल प्रबंधन ने बताया है और तब तक इसे मेन सप्लाई से नहीं जोड़ा जा सकता, क्योंकि प्रेशर से मेन पाइप लाइन को नुकसान पहुंच सकता है। वर्टिकल शाफ्ट के पूरी तरह तैयार होने में अभी दो माह का वक्त और लगेगा। वहीं कौंसिल प्रधान परमजीत माक्कड़ ने कहा कि जल्द ही टेस्टिग का काम पूरा हो जाएगा और लोगों को बिना किसी परेशानी के पानी की पूरी सप्लाई पूरा दिन मिलेगी।


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