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थर्मल प्लांट एरिया में मालगाड़ी के दो इंजन पटरी से उतरे, हादसा टला

रूपनगर रेलवे स्टेशन की मुख्य लाइन से जुड़े एवं सरहिद सेक्शन के अंतर्गत पड़ते रूपनगर थर्मल प्लांट रेल ट्रैक पर शुक्रवार देर शाम को मालगाड़ी के दो पावर इंजन पटरी से एक साथ उतर गए। इसके बाद थर्मल प्लांट के लिए गाड़ियों का आना-जाना थम गया। इसे लगभग 14 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद बहाल किया जा सका है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 May 2021 05:08 AM (IST)Updated: Sun, 16 May 2021 05:08 AM (IST)
थर्मल प्लांट एरिया में मालगाड़ी के दो इंजन पटरी से उतरे, हादसा टला
थर्मल प्लांट एरिया में मालगाड़ी के दो इंजन पटरी से उतरे, हादसा टला

अरुण कुमार पुरी, रूपनगर : रूपनगर रेलवे स्टेशन की मुख्य लाइन से जुड़े एवं सरहिद सेक्शन के अंतर्गत पड़ते रूपनगर थर्मल प्लांट रेल ट्रैक पर शुक्रवार देर शाम को मालगाड़ी के दो पावर इंजन पटरी से एक साथ उतर गए। इसके बाद थर्मल प्लांट के लिए गाड़ियों का आना-जाना थम गया। इसे लगभग 14 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद बहाल किया जा सका है।

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शुक्रवार शाम को रूपनगर रेलवे स्टेशन से थर्मल प्लांट के लिए 59 बोगियों वाले कोयले का रैक निकला था। इस रैक को खींचने के लिए दो इलेक्ट्रिक पावर (इंजन) लगाया गया था। थर्मल प्लांट के एरिया में प्रवेश होने तक तो सब कुछ ठीक-ठाक ही रहा लेकिन जब माल गाड़ी के इंजन अंबुजा सीमेंट फैक्टरी वाली लाइन व थर्मल प्लांट वाली लाइन को बांटने वाले कांटे को क्रास कर रहे थे तो सबसे आगे वाला इंजन रेल ट्रैक से नीचे उतर गया। यह ट्रैक पर बिछाई गई बजरी में धंसते हुए रुक गया। इस इंजन के पीछे लगा दूसरा इंजन भी पटरी से उतर गया। पूरी गाड़ी के पहिए थमते थमते रेल ट्रैक का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। ये तो गनीमत रही कि रेल ट्रैक को दो हिस्सों में बांटने वाला कांटा होने के कारण गाड़ी की गति काफी धीमी थी अन्यथा इस इलेक्ट्रिक रेलवे ट्रैक पर बड़ा हादसा भी हो सकता था। रातभर चला ट्रैक सही करने का कार्य

घटना के बाद इंजन चालक व गार्ड द्वारा इंजन डी-रेल होने की सूचना थर्मल प्लांट के अधिकारियों सहित थर्मल एरिया में तैनात रेलवे के अधिकारियों तथा रूपनगर रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात सहायक स्टेशन मास्टर (एएसएम) को दी गई। रूपनगर की पूरी रेलवे टीम स्टेशन सुपरिंटेंडेंट तेजिदर पाल व यातायात नियंत्रक (टीआइ) नरेश विज के साथ मौके पर पहुंची व ट्रैक से उतरे इंजनों को पटरी पर चढ़ाने का मोर्चा संभाला। इसके बाद अंबाला से भी टीम पहुंची। दोनों इंजनों को पटरी पर व रेल ट्रैक को ठीक करने में 14 घंटे लगे। सही कारण जांच के बाद पता चलेगा : स्टेशन सुपरिटेंडेंट

स्टेशन सुपरिटेंडेंट तेजिदर पाल व टीआइ नरेश विज से पूछा गया तो उन्होंने मात्र इतना ही बताया कि मुख्य लाइन को दो लाइनों में बांटने वाले कांटे में खराबी आने के कारण यह हादसा हुआ है। जांच के बाद ही सही कारण सामने आएगा।


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