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बैंक मैनेजर ने क्रिप्टोकरंसी में निवेश का झांसा देकर लिया 65 लाख का लोन

जिला पुलिस ने क्रिप्टोकरंसी (बिटक्वाइन व ई-दीनार) में निवेश का झांसा देते हुए ठगी मारने वाले एक बैंक मैनेजर व उसके साथी को गिरफ्तार कर लोगों से ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 09:27 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 09:27 PM (IST)
बैंक मैनेजर ने क्रिप्टोकरंसी में निवेश का झांसा देकर लिया  65 लाख का लोन
बैंक मैनेजर ने क्रिप्टोकरंसी में निवेश का झांसा देकर लिया 65 लाख का लोन

संवाद सहयोगी, रूपनगर: जिला पुलिस ने क्रिप्टोकरंसी (बिटक्वाइन व ई-दीनार) में निवेश का झांसा देते हुए ठगी मारने वाले एक बैंक मैनेजर व उसके साथी को गिरफ्तार कर लोगों से ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। जिला पुलिस प्रमुख डा. अखिल चौधरी बताया कि आरोपितों की पहचान गगनदीप सिंह वासी चमकौर साहिब जोकि बैंक आफ इंडिया की मोरिडा ब्रांच में मैनेजर है, सहित मनदीप सिंह वासी मजीठा रोड अमृतसर के रूप में की गई है। दोनों आरोपित लोगों को विभिन्न एप्लीकेशनों का प्रयोग कर उनको क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने का झांसा देते थे उनसे अभी तक 5.5 लाख रुपये की रिकवरी भी की जा चुकी है। रैकेट का उस वक्त पता चला, जब मोरिडा के रहने वाले गुरसेवक सिंह ने यह शिकायत दर्ज करवाई कि बैंक मैनेजर गगनदीप सिंह व मनदीप सिंह, वर्ष 2015 से बिटक्वाइन व ई-दीनार) की बिक्री व खरीद का सौदा करते हैं। उन्होंने धोखे से उसके पिता व माता के बैंक खातों में पड़ा पैसा इसमें निवेश करने के लिए तबदील कर दिया है। इसके अलावा गगनदीप सिंह ने लिमिट खाते का इस्तेमाल करते हुए अपने लिए कार की खरीद करने के उद्देश्य से 8.5 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट भी बनाया था। शिकायकर्ता ने बताया कि बैंक के ब्रांच मैनेजर गगनदीप सिंह ने बैंक आफ इंडिया में उसके माता-पिता के नाम पर लगभग 65 लाख रुपये का कृषि लोन भी लिया है। जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि शिकायत पर जांच का काम एसपी डा. अंकुर गुप्ता को सौंपा गया था, जिन्होंने सारी कड़ियों को जोड़ते हुए रैकेट का पर्दाफाश कर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि गगनदीप सिंह धोखे के साथ अपने ग्राहकों के खातों से पैसे मनदीप सिंह, बख्तावर सिंह, बाबा दीप सिंह कम्युनिटेशन के अलावा अपने भाई हरकंवल सिंह के खातों में ट्रांसफर कर दिया करता था, जोकि अपनी कंपनी गेन बिटक्वाइन के माध्यम से क्रिप्टोकरंसी बेचने व खरीदने का धंधा करते हैं। धोखाधड़ी वाले रैकेट के मुख्य आरोपित की पहचान रविदर डाबरा के रूप में की गई है, जिसने कुछ अरसा पहले चंडीगढ़ के होटल ललित में एक सेमिनार की मेजबानी करते हुए आरोपितों को उसकी ई-दीनार कंपनी में निवेश करने का लालच दिया था। उसने सभी को कहा था कि ई-दीनार कंपनी में निवेश करने के लिए कम से कम निवेश रकम 100 डालर रखी गई ह। कंपनी में पांच हजार डालर निवेश करने वाले को थाइलैंड की यात्रा भी करवाई जाएगी। फिलहाल मामले की अभी और गहराई से जांच की जा रही है।

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