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आठ महीने की गर्भवती अस्पताल ले जाती कार रोक, काटा चालान

अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर कॉलेज रोड पर नर्सिंग होम पहुंचे व्यक्ति का पुलिस ने बिना कोई बात सुने चालान कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 11:35 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 06:07 AM (IST)
आठ महीने की गर्भवती अस्पताल ले जाती कार रोक, काटा चालान
आठ महीने की गर्भवती अस्पताल ले जाती कार रोक, काटा चालान

जागरण संवाददाता, रूपनगर : अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर कॉलेज रोड पर नर्सिंग होम पहुंचे व्यक्ति का पुलिस ने बिना कोई बात सुने चालान कर दिया, जबकि वह कहता रहा कि वह कहता रहा कि उसकी पत्नी की हालत गंभीर है वह उसकी जांच करवाने के बाद कागजात दिखा देगा। पुलिस ने मौके पर उसकी कार का मिसविहेव व और बिना प्रदूषण सर्टिफिकेट वाहन चलाने का चालान किया।

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रूपनगर के एसएसपी के नाम दी शिकायत में गांव बूरमाजरा के संदीप सिंह ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस मुलाजिमों ने धक्के के साथ उसका दु‌र्व्यवहार करने का उसका चालान किया है। वह तो पत्नी की तबीयत ठीक न होने की वजह से पहले ही परेशान था और दु‌र्व्यवहार करने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। वह अपनी डिजायर कार (पीबी12-बी-6741) में 10.30 बजे लेकर अस्पताल के बाहर पहुंचा था।

मुलाजिम मुझे बोले, तू साडा रिश्तेदार है जेहड़ी असीं वेट करीए

जागरण को संदीप सिंह ने बताया कि वो जब वह पन्नू अस्पताल के बाहर इंडीकेटर लगाकर अपनी गाड़ी मोड़ने लगा तो सामने से आ रही ट्रैफिक पुलिस की गाड़ी में सवार ट्रैफिक मुलाजिमों ने लगातार हुटर बजाए। उसने पुलिस गाड़ी में सवार मुलाजिमों को एक मिनट रुकने का इशारा किया। क्योंकि दूसरी गाड़ी से एक बुजुर्ग उतर रहा था। जैसे ही उसने गाड़ी पार्क की तो ट्रैफिक मुलाजिमों ने उसे कहा कि अपने दस्तावेज चेक करवाओ। जब उसने कहा कि वो अपनी पत्नी इंद्रजीत कौर को डॉक्टर को दिखाने के बाद दस्तावेज दिखाने की बात कही तो ट्रैफिक पुलिस मुलाजिमों ने उसे कहा कि तूं साडा रिश्तेदार है जेहड़ी असीं वेट करीए। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस मुलाजिमों ने उसका मिसबिहेव और प्रदूषण सर्टिफिकेट न होने के चालान कर दिया। संदीप सिंह ने एसएसपी रूपनगर से ममले में इंसाफ देने की मांग की। मैं खुद गाड़ी में सवार था, शिकायतकर्ता झूठी शिकायत कर रहा है : रोहित शर्मा

रूपनगर के जिला ट्रैफिक इंचार्ज रोहित शर्मा ने कहा कि शिकायतकर्ता संदीप सिंह झूठा है। जिस समय का मामला है, उस समय वो गाड़ी में ही सवार थे। उन्होंने ही गलत साइड पार्किंग करने वाले संदीप सिंह के कागजात मांगे थे। संदीप ने कि ट्रैफिक पुलिस मुलाजिमों को कहा कि वो कौन होते हैं कागजात चेक करने वाले। उसने गाली भी दी। इसके बावजूद उन्होंने उसके कागजात मंगवाकर बनती कार्रवाई की। कोई मिसबिहेव नहीं किया।


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