Move to Jagran APP

साले के विवाह पर शर्मसार हो तरनतारन के हवालाती ने जेल के गुरूद्वारा साहिब में फंदा लगा दी जान

रूपनगर की जिला जेल में आज एक हवालाती ने जेल के गुरूद्वारा साहिब के कमरे में फंदा डालकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर ली।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 11:23 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 11:23 PM (IST)
साले के विवाह पर शर्मसार हो तरनतारन के हवालाती ने जेल के गुरूद्वारा साहिब में फंदा लगा दी जान
साले के विवाह पर शर्मसार हो तरनतारन के हवालाती ने जेल के गुरूद्वारा साहिब में फंदा लगा दी जान

संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर की जिला जेल में आज एक हवालाती ने जेल के गुरूद्वारा साहिब के कमरे में फंदा डालकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर ली। इसकी खबर लगते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। इस घटना के तुरंत बाद हवालाती को जेल प्रशासन द्वारा सिविल अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हवालाती की पहचान अमनदीप सिंह (40) पुत्र दलबीर सिंह वासी खडूर साहिब जिला तरनतारन के रूप में की गई है जिसे पिछले माह ही रूपनगर की जेल में भेजा गया था।

loksabha election banner

इस संबंध में जेल सुपरिटेंडेंट अमरीक ने बताया कि हवालाती अमनदीप सिंह को एनडीपीएस एक्ट के तहत आठ सितंबर 2019 को मोहाली की एसटीएफ फेस चार की पुलिस द्वारा काबू कर मामला दर्ज किया गया था जिसके बाद अदालत के द्वारा इसे रूपनगर जेल भेजा गया। हवालाती अमनदीप सिंह सिख व्यक्ति था। इसलिए वो जेल के गुरूद्वारा साहिब में पाठी की सेवा निभाने का काम कर रहा था। आज सुबह लगभग 10.30 बजे हवालाती जेल के गुरूद्वारा साहिब के कमरे में गया जहां उसने पंखे से फांसी लगाते हुए आत्महत्या कर ली। छह सितंबर को गिरफ्तार किया था अमनदीप सिंह

हवालाती अमनदीप सिंह की मौत की सूचना मिलने के बाद रूपनगर के सिविल अस्पताल पहुंचे उसके पिता दलबीर वासी खडूर साहिब व बड़े भाई बलदेव सिंह ने बताया कि अमनदीप सिंह विवाहित था जबकि उसके दो लड़के भी हैं जिनमें से एक छह साल का व दूसरा दस साल का है। उन्होंने बताया कि उनका पुत्र अमनदीप सिंह कृषि का काम करता था लेकिन छह सितंबर 2019 को मोहाली पुलिस के द्वारा उसे घर से उस वक्त उठाया गया जब वह अपने बच्चों को स्कूल से घर छोड़ने के बाद खेतों में काम कर रहे मजदूरों को चाय देने जा रहा था। आज था साले का विवाह, शर्मसार होकर की मेरे बेटे ने आत्महत्या : पिता दलबीर

पिता दलबीर सिंह ने बताया कि सारे पुलिस वाले सिविल वर्दी में आए थे जबकि अमनदीप सिंह को पुलिस द्वारा उठाए जाने की सूचना पुलिस द्वारा आठ सितंबर को मामला दर्ज करने के बाद उन्हें दी गई। इसके बाद जब पुलिस उनके घर तलाशी लेने के लिए आई तो उसके बैड में रखे ढाई लाख रूपये पुलिस अपने साथ ले गई जबकि घर से न तो स्मैक बरामद हुई व न ही कोई अन्य नशा बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि आज अमनदीप सिंह के साले का विवाह था व लगता है कि अमनदीप ने अपने ससुराल से शर्मसार होने के कारण ही आत्महत्या की है लेकिन साथ यह भी कहा कि अमनदीप सिंह पर पुलिस द्वारा दर्ज किया गया मामला झूठा व आधारहीन है।

दूसरी तरफ थाना सिटी के एएसआइ सुरेश कुमार के अनुसार मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाते हुए देर शाम वारिसों के हवाले कर दिया गया है जिसके बाद मृतक का पिता व भाई शव को लेकर अपने गांव चले गए हैं।

रक्त जांच करने आई मोबाइल मेडिकल यूनिट की टीम ने सबसे पहले देखा अमनदीप सिंह को

हवालाती अमनदीप सिंह द्वारा खुद को फंदा लगाने के बाद सबसे पहले मोबाइल मेडिकल यूनिट की टीम ने उसे देखा। आज जिला जेल अंदर मोबाइल मेडिकल यूनिट की टीम कैदियों व हवालातियों के रक्त आदि की जांच करने पहुंची हुई थी। इस टीम ने जिला जेल के गुरूद्वारा साहिब के कमरे में इस टीम ने जब बिजली का कनेक्शन लेने के लिए दरवाजा खोलना चाहा तो दरवाजा अंदर से बंद पाया गया। इसके बाद टीम ने जब खिड़की में अंदर झांका तो हवालाती अमनदीप सिंह को पंखे के साथ लटकता हुआ पाया गया जिसके बाद जेल प्रशासन हरकत में आया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.