SYL की अधिग्रहीत जमीन रातोंरात हुई किसानों के नाम
एसवाइएल की जमीन डी नोटिफाई करने के बाद रूपनगर में राजस्व विभाग के कर्मचारी जुटे रहे। उन्होंने अधिग्रहीत जमीन को किसानों के नाम कर दिया है।
जेएनएन, रूपनगर। जन का तंत्र चाहे तो क्या नहीं हो सकता। यह साबित कर दिया है रूपनगर के रेवेन्यू विभाग ने। करीब 25 घंटे में रेवेन्यू विभाग ने एसवाइएल नहर के लिए अधिगृहीत 1249 एकड़ जमीन उनके 2925 मालिकों के नाम कर दी। डाढी (श्री आनंदपुर साहिब) में रात 8.30 बजे व पथरेड़ी जट्टां (श्री चमकौर साहिब) में रात 9.30 बजे जमीनें मालिकों के नाम करने का काम पूरा हो गया।
रूपनगर में तीन तहसीलदारों, चार नायब तहसीलदारों और एक दर्जन से अधिक पटवारियों की टीम किसानों के नाम जमीन करने में जुटी रही। कुल 50 कर्मचारी जिनमें नौ कानूनगो, एक डीएसएम, तीन एएसएम, 16 कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल हैं, ने दिन रात ड्यूटी देकर काम मुकम्मल किया। जिला रेवेन्यू अधिकारी डॉ. जसवंत सिंह के मुताबिक वीरवार को बैठक के बाद दोपहर बाद तीन बजे से पटवारियों ने जमीन अधिग्रहण की नोटिफिकेशन को डिनोटिफाई करने की रोजनामचा रिपोर्ट अपने कागजों में दर्ज करनी शुरू कर दी। इसके बाद रिपोर्ट कानूनगो के जरिये तहसीलदारों को भेजी गई।
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जिले के 64 गांवों की जमीन एसवाइएल प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की गई थी। अब 2925 से ज्यादा किसानों या उनके वारिसों को उनकी जमीन वापस कर इंतकाल उनके नाम चढ़ा दिए गए हैं। श्री आनंदपुर साहिब के आठ गांवों में से सात व श्री चमकौर साहिब के 18 में से 17 गांवों की जमीन असली मालिकों के नाम इंतकाल कर दी गई है। रूपनगर के 38 गांवों की जमीन उनके असली मालिकों के नाम करने का काम शाम साढ़े सात बजे तक चला।
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