रेवेन्यू अफसर व एसएसपी में टकराव, चीफ सेक्रेटरी के पास पहुंचा विवाद
एसएसपी रूपनगर स्वपन शर्मा और पंजाब रेवेन्यू ऑफिसर एसोसिएशन आमने- सामने आ गई है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: बीती दो सितंबर की रात जिले के थाना मोरिडा के गांव बमनाड़ा में महिला और उसकी बेटी पर हमला करने आए लोगों से उनको बचाने के लिए मौके पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के न पहुंचने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में एसएसपी रूपनगर स्वपन शर्मा और पंजाब रेवेन्यू ऑफिसर एसोसिएशन आमने- सामने आ गई है। एसएसपी स्वपन शर्मा ने तीन सितंबर को पंजाब के फाइनांशियल कमिश्नर रेवेन्यू को पत्र लिखकर तहसीलदार मोरिडा अमनदीप सिंह के खिलाफ इंक्वायरी करवाने और फील्ड में ड्यूटी न लगाने की सिफारिश की थी। अब मंगलवार को पंजाब रेवेन्यू ऑफिसर एसोसिएशन ने तहसीलदार के हक में आगे आते हुए पंजाब सरकार के चीफ सेक्रेटरी से एसएसपी स्वपन शर्मा पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उनक तबादले की मांग की है। एसएसपी स्वपन शर्मा ने फाइनांशियल कमिश्नर रेवेन्यू को लिखे पत्र की प्रतियां डिवीजनल कमिश्नर रूपनगर और डीसी रूपनगर को भी भेजी हैं। इसमें लिखा है कि दो सितंबर की रात बमनाड़ा गांव में एक महिला और उसकी बेटी को करीब 300 लोगों से बचाने के लिए पुलिस पहुंची। तब लोगों ने कानून हाथ ले लिया। स्थिति भयानक होते देख उन्होंने तुरंत डिप्टी कमिश्नर रूपनगर को फोन किया और ड्यूटी मजिस्ट्रेट को मौके पर भेजने के लिए कहा। डीसी ने तहसीलदार मोरिडा अमनदीप सिंह की ड्यूटी बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगा दी, लेकिन अमनदीप सिंह मौके पर नहीं पहुंचे। उन्होंने खुद और अन्य पुलिस अफसरों को फोन किया, लेकिन वो नहीं आए। ये ड्यूटी के प्रति गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है। अगर मौके पर कोई बड़ी अनहोनी हो जाती, तो जिम्मेदारी किसकी तय होती।
वहीं पंजाब रेवेन्यू ऑफिसर एसोसिएशन के पंजाब प्रधान गुरदेव सिंह धम्म ने पंजाब सरकार के चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखकर एसएसपी स्वपन शर्मा की शिकायत की है और तुरंत तबादले की मांग की है। शिकायत में धम्म ने कहा कि दो सितंबर को तहसीलदार अमनदीप सिंह एक पारिवारिक समारोह में थे, इसलिए उन्होंने बमनाड़ा में नायब तहसीलदार मोरिडा को भेज दिया, लेकिन एसएसपी ने मामले में तलखी बरतते हुए तहसीलदार से फोन पर गुस्से से बात की और उनकी बेइज्जती की। इसके बाद थाने में बुलाकर लंबे समय तक बिठाया। उसके बाद फाइनांशियल कमिश्नर रेवेन्यू को पत्र लिख दिया और इस बारे में डिप्टी कमिश्नर की राय तक नहीं ली। एसएसपी को तहसीलदार की बेइज्जती करने का कोई अधिकार नहीं है। मेरे ऊपर लगाए आरोप बेबुनियाद: एसएसपी एसएसपी स्वपन शर्मा ने कहा कि तहसीलदार के खिलाफ उन्होंने फाइनांशियल कमिश्नर रेवेन्यू को लिखा है, क्योंकि उन्होंने अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से नहीं निभाया और जो उन पर बेइज्जती करने के आरोप लगाए जा रहे हैं , वो बेबुनियाद हैं।
यह था सारा मामला दो सितंबर की रात मोरिडा के निकटवर्ती गांव बमनाड़ा में गांववासियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। इसमें ईंट पत्थर और लाठियां दोनों तरफ से चलीं। जानकारी के अनुसार करीब तीन माह पहले सुरिदर सिंह पुत्र प्रकाश सिंह वासी गांव बमनाड़ा ने कुराली जिला मोहाली की पुलिस को शिकायत दी थी कि उसका भाई गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी (40) घर वापस नहीं आया। उसने आरोप लगाए कि उनके गांव के ही परमिदर सिंह पुत्र रणधीर सिंह ने उसके भाई को जान से मारने की नीयत के साथ उसका अपहरण कर लिया है। उसने बताया कि उसकी भाभी अमरजीत कौर ने अपने स्वर्ण आभूषण परमिदर सिंह के पास ब्याज पर रखे थे, लेकिन परमिदर सिंह उसकी भाभी के आभूषण वापस देने से इंकार कर रहा था। इसके बाद उसने 20 जून 2019 को आभूषण वापस करने की तारीख तय की थी, लेकिन उसी दिन से उसका भाई गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी लापता हो गया। इस झगड़े को लेकर गांव की पंचायत और गणमान्यों की सिफारिश पर कुराली पुलिस ने परमिदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। आरोपित परमिदर सिंह अपने परिवार सहित गांव से फरार हो गया था। वे बार बार प्रशासन से इंसाफ की मांग कर रहे थे। दो सितंबर को आरोपित की पत्नी व बेटी गांव में अपने घर इसलिए आए क्योंकि उन्हें सूचना मिली थी कि घर में चोरी हो गई है, लेकिन मौके पर गांववासियों ने उन्हें घेर लिया और पुलिस के साथ गांववासियों की झड़प हो गई।