Move to Jagran APP

श्रीराम का चरित्र हमारे जीवन को बनाता है यशस्वी : स्वामी अतुल

ाक्तजनों की ओर से किए गुणगान ने समूचे वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 11:35 PM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 06:15 AM (IST)
श्रीराम का चरित्र हमारे जीवन को बनाता है यशस्वी : स्वामी अतुल
श्रीराम का चरित्र हमारे जीवन को बनाता है यशस्वी : स्वामी अतुल

जागरण संवाददाता, नंगल : लोक कल्याण के उद्देश्य से संत आश्रम डेरा ठाकुर वणा सनोली में शुरू हुए श्रीराम कथा के धार्मिक कार्यक्रम के शुभारंभ पर निकाली कलश यात्रा में भक्तजनों की ओर से किए गुणगान ने समूचे वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

loksabha election banner

श्रीराम कथा के प्रथम दिवस में परम श्रद्धेय अतुल कृष्ण जी महाराज ने प्रवचनों की गंगा बहाते हुए कहा कि ईश्वर की भक्ति के बिना मनुष्य अधम गति को को प्राप्त करता है। जिस पर परमात्मा का परम अनुग्रह है उसका हृदय विशाल एवं विनम्रता से भर जाता है। भगवान को अपना सर्वस्व मानने वाले व्यक्ति जहा ठहरते हैं वह स्थान तीर्थ बन जाता है। ज्ञान के अभाव में कथा जैसे कल्याण के साधनों से उदासीन होकर कई लोग भगवान श्रीहरि से जीवन भर विमुख बने रहते हैं। भगवान श्रीराम का चरित्र हमारे जीवन को उन्नत एवं यशस्वी बनाता है। यदि हम अपनी मूर्खता एवं अज्ञान छोड़कर प्रभु की शरण में जाएं तो सुख एवं आनंद की कतारें पीछे-पीछे दौड़ेंगीं। जो मनुष्य होकर भजन नहीं करते वे मुर्दे के समान हैं। जो अपने कर्तव्य के प्रति सावधान एवं लक्ष्य के प्रति सतत प्रयत्‍‌नशील है उस व्यक्ति के लिए इस धरती पर कुछ भी दुर्लभ नहीं है।

अतुल कृष्ण ने कहा कि मनुष्य का अभिमान सारे अवगुणों की खान है। जो सत्य बोलते है वे अश्वमेध यज्ञ का पुण्य प्राप्त करते हैं। हमारे उत्तम संस्कार एवं सद्विचार सर्वोत्तम संपत्ति हैं। जो मनुष्य छल-कपट एवं झूठ का आश्रय लेते हैं वे अपने आप को ही धोखा दे रहे हैं। श्रीराम कथा इस कलियुग में कल्याण के पथिकों के लिए भवसागर में जहाज के समान है। सती के चरित्र का करवाया रसपान

आज कथा में प्रभुनाम की महिमा, गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज का प्रसंग, तीर्थराज प्रयाग की विशेषता व भरद्वाज ऋषि का मिलन एवं भगवान शिव तथा सती के चरित्र का रसपान लोगों ने तनमय होकर किया। कथा से पूर्व श्रीरामायण जी की शोभायात्रा भी निकाली गई।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से भैरव गिरि जी महाराज, हजारी लाल कौशल, जितेन्द्र कुमार कौशल, राजेश कौशल, केवल कृष्ण, सुरेंद्र नाथ कौशल, प्रदीप धीमान, सुभाष, शिव कुमार धीमान, मंगला देवी कौशल, नीलम कौशल, आशा कौशल, मीना धीमान, अनु कौशल आदि सहित बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.