पराली न जलाने पर भाषण देकर वंदना व नेहा ने पाया पहला स्थान
सरकारी कॉलेज में पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान विषय पर विशेष सेमिनार एवं भाषण मुकाबलों का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर के सरकारी कॉलेज में पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान विषय पर विशेष सेमिनार एवं भाषण मुकाबलों का आयोजन किया गया जिसमें कॉलेज के प्रिसिपल डॉ. संत सुरिदरपाल सिंह मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए। प्रिसिपल ने कहा कि वर्तमान में वातावरण में बढ़ता प्रदूषण सबसे बड़ी चिता का विषय बना हुआ है। अगर समय रहते हमनें पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सही कदम नहीं उठाएं तो आने वाले समय में सांस लेना तक कठिन हो जाएगा। भाषण मुकाबलों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों ने जानकारी दी कि कि इस साल पंजाब में 30 लाख हेक्टेयर में धान की खेती की गई जिससे 210 हजार लाख टन पराली निकली है। उन्होंने समझाया कि अगर इस पराली को आग लगाई जाए इससे तीन किलो कार्बन कण, 60 किलो कार्बन मोनोऑक्साइड, 1500 किलो कार्बन डाईऑक्साइड जबकि दो किलो सल्फर डाईऑक्साइड पैदा होगी जोकि बड़ी घातक साबित हो सकती है। इन मुकाबलों में एमए भाग दो राजनीतिक विज्ञान की वंदना व एमए भाग एक राजनीतिक विज्ञान की नेहा भारती ने संयुक्त रूप से पहला स्थान, एमए भाग एक के हरमिदर सिंह व गुरकीरत सिंह ने संयुक्त रूप से दूसरा स्थान जबकि बीए भाग दो की सिमरन कौर व सुखजीत कौर ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया। पराली जलाने के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान में योगदान देने वाले विद्यार्थियों दीपिका सहित गगनदीप कौर, सिमरनजीत कौर, पूनम शर्मा, अमनप्रीत कौर व रूपिदर कौर को भी विशेष रूप से पुरस्कृत किया गया। इस मौके प्रोफेसर विपन भी हाजिर थे।