कोरोना संकट के चलते सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों की फीसें व फंड माफ करने की मांग
रूपनगर में एससी बीसी अध्यापक संगठन की जिला स्तरीय बैठक जिलाध्यक्ष परविदर भारती के नेतृत्व में हुई। इसमें शिक्षकों की मांगों के साथ-साथ कोरोना संकट दौरान बने आर्थिक हालातों पर गंभीरता से विचार किया गया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर में एससी बीसी अध्यापक संगठन की जिला स्तरीय बैठक जिलाध्यक्ष परविदर भारती के नेतृत्व में हुई। इसमें शिक्षकों की मांगों के साथ-साथ कोरोना संकट दौरान बने आर्थिक हालातों पर गंभीरता से विचार किया गया।
परविदर भारती ने कहा कि कोरोना संकट के चलते विभिन्न सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के माता-पिता की आर्थिक हालत काफी दयनीय हो गई है। हालात तो ऐसे हैं कि ज्यादातर परिवार बच्चों की स्कूल फीस देना तो दूर अपने परिवारों का पोषण तक कर पाने में असमर्थ हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे गरीब परिवारों से ही संबंध रखते हैं जोकि बोर्ड की फीसें व मासिक फंड जमा करवा पाने में असमर्थ हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग व पंजाब सरकार से मांग की कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सारे बच्चों की फीसें व फंड माफ किए जाएं तथा अगर किसी स्कूल द्वारा वसूली की जा चुकी है तो पैसे लौटाते हुए इस आर्थिक संकट की घड़ी में सभी को राहत प्रदान की जाए।
यूनियन के नेता हरमीत सिंह बागवाली ने कहा कि पंजाब सरकार ने खाली पदों को भरने की खानापूर्ति करते हुए मिडल स्कूलों के शिक्षकों को सीनियर सेकेंडरी व हाई स्कूलों में भेजे जाने का पत्र जारी कर दिया है जोकि किसी भी सूरत में जायज नहीं है। उन्होंने मांग की कि खाली हुए पदों पर टैट पास बेरोजगार शिक्षकों को बिना देरी भर्ती करते हुए उनकी तैनाती सुनिश्चित बनाई जाए। इस मौके पर सुखविदर सिंह सहित गुरनाम सिंह, कुलविदर सिंह बिट्टू, कुलविदर सिंह झल्लियां, प्रिया, अकविदर कौर, मनदीप कौर रिपी व विभिन्न ब्लाकों के अध्यक्ष हाजिर थे।