30 करोड़ रुपए की बैंक क्लीयरेंस रुकी
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बैंकों की देशव्यापी हड़ताल के तहत रूपनगर के सभी सरकारी बैंक दो दिन की हड़ताल पर चले गए हैं।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बैंकों की देशव्यापी हड़ताल के तहत रूपनगर के सभी सरकारी बैंक दो दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। पंजाब बैंक इंप्लाइज फेडरेशन की रूपनगर इकाई द्वारा इस हड़ताल के पहले दिन पंजाब नेशनल बैंक की रूपनगर ब्रांच के सामने सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ जोरदार ढंग से प्रदर्शन किया गया। जिले में कुल 30 के आसपास प्राइवेट तथा सरकारी बैंक हैं, लेकिन इनमें से हड़ताल में 23 बैंक और उनकी विभिन्न कस्बों तथा गांवों में स्थित ब्रांच शामिल हैं। सरकारी बैंकों के बुधवार तथा वीरवार को लगातार दो दिन हड़ताल के कारण बंद रहने से जिले में एक अरब के आसपास का लेनदेन प्रभावित होगा। बुधवार को जिले में बेशक प्राइवेट बैंकों ने अपने चेकों की क्लीयरेंस बैठक की, लेकिन अहम बात है कि सरकारी बैंकों के हड़ताल पर होने के कारण प्राइवेट बैंक केवल प्राइवेट बैंकों के चेक ही क्लीयर कर पाए। सरकारी बैंकों के हड़ताल पर रहने के कारण 30 करोड़ रुपए की बैंक क्लीयरेंस तथा 15 करोड़ के आसपास नकद अदायगी प्रभावित रही। दो दिन में नकद अदायगी 30 करोड़ और बैंक क्लीयरेंस 60 करोड़ हो जाएगी। जलील किया जा रहा है: तरलोचन ¨सह इस मौके पर संबोधित करे हुए पंजाब बैंक इंप्लाइज फैडरेशन रूपनगर यूनिट के सचिव तरलोचन ¨सह ने कहा कि बैंक कर्मचारियों के वेतन तथा भत्ते एक नवंबर 2017 से बढ़ाए जाने थे। इस बारे बैंकों के मुलाजिम संगठनों तथा इंडियन बैंक एसोसिएशन के बीच बातचीत चल रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इंडियन बैंक एसोसिएशन (आइबीए) ने सिर्फ दो फीसद बढ़ोतरी की पेशकश रखकर बैंक कर्मचारियों को जलील किया है। प्रतिदिन बैंक मुलाजिमों के सिर काम का बोझ बढ़ रहा है। पेंशनर्स एसोसिएशन के नुमाइंदो प्रदुमन ¨सह, मेहर ¨सह, जीएस लोंगिया, सोहन ¨सह ने पेंशनरों की लंबे समय से लटकती मांगों को मंजूर करने की भी मांग की।