संदोआ की बहन को मिली करारी हार
रूपनगर जिले में आम आदमी पार्टी का वर्चस्व खत्म होता जा रहा है। जिला परिषद तथा ब्लॉक समिति चुनावों में ये साफ हो गया है। जिस रफ्तार से जिले में आप पार्टी की एक बार हवा बनी थी तथा जिले की तीन विधानसभा सीटों में से रूपनगर पर आप का उम्मीदवार विधायक चुना गया था, में आप पार्टी का झाड़ू बिखरता नजर आ रहा है। आम आदमी पार्टी को जिले में शायद उम्मीदवार ही नहीं मिले, या पार्टी इन चुनावों में मैदान में आने को अंतरखाते ही तैयार नहीं थी।
अजय अग्निहोत्री, रूपनगर
जिले में आम आदमी पार्टी का वर्चस्व खत्म होता जा रहा है। जिला परिषद तथा ब्लॉक समिति चुनावों में ये साफ हो गया है। जिस रफ्तार से जिले में आप पार्टी की एक बार हवा बनी थी तथा जिले की तीन विधानसभा सीटों में से रूपनगर पर आप का उम्मीदवार विधायक चुना गया था, में आप पार्टी का झाड़ू बिखरता नजर आ रहा है। आम आदमी पार्टी को जिले में शायद उम्मीदवार ही नहीं मिले, या पार्टी इन चुनावों में मैदान में आने को अंतरखाते ही तैयार नहीं थी। जिला परिषद की दड़ौली लोअर तथा मो¨रडा ब्लॉक समिति में चार उम्मीदवार तथा चमकौर साहिब में भी इक्का दुक्का उम्मीदवार खड़े किए थे। लेकिन लोगों ने उन्हें मुंह नहीं लगाया। सबसे बड़ी मार आप विधायक अमरजीत ¨सह संदोआ को पड़ी है, जिनकी बहन सु¨रदर कौर ब्लॉक समिति चुनाव में तख्तगढ़ जोन से खड़ी हुई थी, लेकिन वहां से उन्हें तीसरे नंबर पर ही संतोष करना पड़ा। वहां कांग्रेस की उम्मीदवार रबीनी बगेम ने जीत दर्ज की। बता दें कि विधानसभा चुनाव में पंजाब में चली आप पार्टी की हवा और जिले में तब ऐसा लग रहा था कि आप पार्टी तीन में से दो सीटों पर कुछ करिश्मा कर सकती है, लेकिन केवल रूपनगर सीट पर ही आप करिश्मा कर पाई थी। यहां भी कांग्रेस के बीच बाहरी उम्मीदवार का विरोध और अकाली दल को सरकार विरोधी लहर के चलते हार का सामना करना पड़ा था। आप पार्टी के उम्मीदवार इलाके के होने तथा जट्ट बिरादरी के कारण होने के कारण लोकल का मुद्दा चल गया और विधानसभा चुनाव में आप पार्टी ने बड़ी लीड से चुनाव जीता था। उम्मीद ये थी कि आप पार्टी जिले में खासकर गांवों में अपनी जड़ें जमा लेगी लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। अगर ऐसा होता तो पार्टी हरेक ब्लाक समिति और जिला परिषद सीट पर अपने उम्मीदवार उतारी। मो¨रडा ब्लाक समिति की सहेड़ी जोन में आप पार्टी के सिकंदर ¨सह ने दूसरा स्थान हासिल किया है। जबकि कांग्रेस जीती है और अकाली दल तीसरे नंबर पर रहा।