टीबी रोग के लक्षण और रोकथाम के बारे में बातया
रूपनगर के कार्यकारी सिविल सर्जन डॉ. अवतार सिंह के दिशा निर्देशों पर आज लड़कियों की आइटीआइ में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर जिला टीबी कंट्रोल सोसायटी की टीम के द्वारा विशेष सेमिनार आयोजित करते हुए लड़कियों को टीबी रोग के बारे जागरूक किया गया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर के कार्यकारी सिविल सर्जन डॉ. अवतार सिंह के दिशानिर्देश पर लड़कियों की आइटीआइ में सेमिनार करवाया गया। महिला दिवस को लेकर जिला टीबी कंट्रोल सोसायटी की टीम के द्वारा विशेष सेमिनार आयोजित करते हुए लड़कियों को टीबी रोग के लक्षण बताए और रोकथाम के बारे में बताया।
डॉ. रोमी सिगला ने 200 से अधिक लड़कियों को टीबी से बचाव सहित टीबी के लक्षण व टीबी होने की सूरत में उपचार और सतर्कता के बारे विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होंने लड़कियों को बताया कि टीबी का स्थाई रूप से इलाज संभव है। डॉ. रोमी सिगला ने कहा कि हर साल मरने वाली महिलाओं में सबसे बड़ा एक कारण टीबी ही है। उन्होंने कहा कि पुरुष को अगर टीबी हो जाए तो महिला उसे बीमारी से मुक्त करवाने में एवं उसका इलाज करवाने में सहायक होती है, लेकिन अगर महिला को टीबी हो जाए तो उसकी सहायता करने वाला कोई नहीं होता जिसके चलते ज्यादातर महिलाओं की मौत इलाज प्रति लापरवाही या टीबी के बारे जानकारी न होने के कारण होती है।
उन्होंने कहा कि महिला दिवस का महिलाओं के अधिकारों की रक्षा का प्रतीक है इसलिए हर परिवार सहित सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं को महिलाओं के प्रति व उनके स्वास्थ्य प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि मरीज का पूरा इलाज स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में किया जाता है व यह भी बताया कि टीबी के हर मरीज को इलाज के दौरान हर माह 500 रूपये भी सरकार की तरफ से दिए जाते हैं ताकि मरीज खुराक ले सकें।