मिड-डे मील वर्कर बोलीं- मार्कफैड से खाना दिया तो होगा संघर्ष
रूपनगर के महाराजा रणजीत ¨सह बाग में आज शिक्षा विभाग के स्कूलों में काम करने वाली मिड-डे-मील वर्करों की अहम बैठक जस¨वदर कौर की अध्यक्षता में हुई जिसमें मिड-डे-मील वर्करों को पेश आने वासी समस्याओं व मांगों के बारे गंभीरता से विचार किया गया। प्रदेश अध्यक्ष करम चंद ¨चडालिया के दिशा निर्देशों पर हुई इस बैठक में इंटक के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुखदेव ¨सह थर्मल सहित दर्जा चार कर्मचारी यूनियन के जिलाध्यक्ष दलीप ¨सह सैनी व महासचिव शिव लाल पामा विशेष रूप से शामिल हुए। इस मौके बोलते जस¨वदर कौर ने कहा कि सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील के तहत जो खाना बच्चों को दिया जाता है, उस खाने को पंजाब सरकार अब मार्कफैड एजेंसी के माध्यम से देने की तैयारी कर रही है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : महाराजा रणजीत ¨सह बाग में सोमवार को शिक्षा विभाग के स्कूलों में काम करने वाली मिड-डे मील वर्करों की अहम बैठक जस¨वदर कौर की अध्यक्षता में हुई, जिसमें मिड-डे मील वर्करों को पेश आने वासी समस्याओं व मांगों के बारे गंभीरता से विचार किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष करम चंद ¨चडालिया के दिशानिर्देश पर बैठक की। जिसमें इंटक के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुखदेव ¨सह थर्मल सहित दर्जा चार कर्मचारी यूनियन के जिलाध्यक्ष दलीप ¨सह सैनी व महासचिव शिव लाल पामा विशेष रूप से शामिल हुए। जस¨वदर कौर ने कहा कि सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील के तहत जो खाना बच्चों को दिया जाता है, उस खाने को पंजाब सरकार अब मार्कफैड एजेंसी के माध्यम से देने की तैयारी कर रही है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर सरकार ऐसा करेगी, तो राज्य भर की मिड-डे-मील वर्कर सरकार के उक्त फैसले का विरोध करेंगी। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि अगर सरकार द्वारा मिड-डे मील के तहत दिए जाने वाले खाने का दायित्व मार्कफैड एजेंसी को सौंप दिया तो राज्य भर में इस योजना के तहत काम करते आ रहे लगभग 50 हजार मिड-डे मील वर्कर बेरोजगार हो जाएंगे। जस¨वदर कौर ने कहा कि पंजाब सरकार के इस फैसले का खुला विरोध किया जाएगा व जरूरत पड़ी तो संघर्ष को उग्र रूप भी देने में संकोच नहीं किया जाएगा।
इंटक के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुखदेव ¨सह थर्मल ने कहा कि पंजाब सरकार को राज्य भर में काम करते आ रहे मिड-डे-मील वर्करों को पक्का करना चाहिए न कि इन्हें बेरोजगार। अगर ऐसा होता है तो पंजाब में बेरोजगारी और बढ़ जाएगी जोकि एक गंभीर समस्या है।
इस दौरान अन्य वक्ताओं ने मिड-डे मील वर्करों को रेगुलर करने की मांग के साथ-साथ गैस सिलेंडर स्कूलों में पहुंचाने, मिड-डे-मील वर्करों को सभी सरकारी सुविधाएं एवं भत्ते उपलब्ध करवाते हुए वेतन में बढ़ोतरी करने, साल में 20 छुट्टियां देने, गर्भावस्था में छुट्टियों की सुविधा देने, मिड-डे मील वर्करों की भर्ती सरकारी नियमानुसार करने, 100 बच्चों से अधिक संख्या वाले स्कूलों में चार कुक देने की व्यवस्था करने, किसी भी मिड-डे मील वर्कर को नौकरी से न हटाने व निकाले गए मिड-डे-मील वर्करों को दोबारा नौकरी पर बहाल किए जाने की मांगें भी प्रमुखता के साथ उठाई। इस अवसर पर सु¨रदर कौर सहित कुल¨वदर कौर, दीप कौर, किरण शर्मा व रमा शर्मा आदि ने मुख्य रूप से संबोधित किया।