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खस्ता सड़क के विरोध में चक्का जाम

क्षेत्रवासियों द्वारा घनौली-नालागढ़ सड़क की खस्ताहालत में सुधार न किए जाने के खिलाफ रोष जताने के लिए किया जा रहा चक्का जाम का प्रोग्राम राजनीति की भेंट चढ़ गया। कुदरत के सब बंदे ग्रुप के संचालक विक्की धीमान के नेतृत्व में क्षेत्रवासियों द्वारा चक्का जाम किया जाना था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 12:04 AM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 12:04 AM (IST)
खस्ता सड़क के विरोध में चक्का जाम
खस्ता सड़क के विरोध में चक्का जाम

संवाद सूत्र, घनौली : क्षेत्रवासियों द्वारा घनौली-नालागढ़ सड़क की खस्ताहालत में सुधार न किए जाने के खिलाफ रोष जताने के लिए किया जा रहा चक्का जाम का प्रोग्राम राजनीति की भेंट चढ़ गया। कुदरत के सब बंदे ग्रुप के संचालक विक्की धीमान के नेतृत्व में क्षेत्रवासियों द्वारा चक्का जाम किया जाना था। इस मौके विक्की धीमान, बचित्तर सिंह सैनीमाजरा, समाजसेवी राजिदर सिंह घनौला, डॉ. दविदर बजाड़, हरप्रीत सिंह काहलों, सूबेदार सुखविदर सिंह साहोमाजरा, जेई कुलदीप सिंह घनौली, छात्र नेता रणवीर सिंह रंधावा, जगमनदीप सिंह, कामरेड दलीप सिंह घनौला, पूर्व जिला परिषद सदस्य मनजीत कौर घनौला, नंबरदार बलदेव सिंह आदि ने कहा कि घनौली-नालागढ़ सड़क की हालत बेहद खस्ताहाल हो चुकी है। कई जगहों पर पानी का उचित निकास न होने के चलते गहरे गड्ढे बन गए हैं। रात के समय नालागढ़ व बद्दी (हिमाचल प्रदेश) क्षेत्र की फैक्ट्रियों में काम करने वालों व राहगीरों को आते-जाते समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद सड़क की हालत में सुधार करने के लिए पंजाब सरकार व जिला प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिला प्रशासन को अनेकों बार मांगपत्र दिए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई न किए जाने से परेशान होकर क्षेत्रवासियों को चक्का जाम करने के लिए विवश होना पड़ रहा है।

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तहसीलदारने मौके पर खुलवाया जाम

जब प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम करने का प्रयास किया तो मौके पर मौजूद तहसीलदार कुलदीप सिंह और पुलिस अधिकारियों ने उन्हें होला-महल्ला की संगत को होने वाली परेशानी का हवाला देते हुए जाम खोलने की अपील की। जिसके बाद विक्की धीमान ने अपने साथियों की सहमति के साथ चक्का जाम का प्रोग्राम रद कर दिया। उधर, रोष प्रदर्शन में शामिल गांव घनौला के कुछ लोगों ने एतराज जताया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा चक्का जाम के प्रोग्राम को असफल बनाने का प्रयास किया है जिसके चलते क्षेत्र के कई गांवों के सरपंचों ने प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया।

जब विधायक पहुंचे, तब धरना था समाप्त

उधर, हलका विधायक रूपनगर अमरजीत सिंह संदोआ भी प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। लेकिन धरना लगभग समाप्त हो चुका था। जिसके कारण उन्हें प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने का समय नहीं मिला। उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी के दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान ही विकास कार्य पूरी तरह के साथ ठप हो चुके हैं।

आचार संहिता में जाम लगाने से नहीं मामले का हल

कांग्रेस पार्टी के जिला रूपनगर के प्रधान बरिदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि वह पहले ही आनंदपुर साहिब में एक समागम के दौरान सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिदर सिंह से इस सड़क की खस्ता हालत में सुधार करने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव संहिता के दौरान सड़क पर जाम लगाना किसी मामले का हल नहीं है और उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने किसी भी गांव के सरपंच को रोष प्रदर्शन में शमूलियत करने के लिए मना नहीं किया।


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