पीएम से मिलेगा आजाद ¨हद फौज को सम्मान: वीपी सैनी
रूपनगर के नेता जी मॉडल स्कूल में आज पत्रकारों से बात करते आल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक के राष्ट्रीय सचिव एवं नेता जी सुभाष क्रांति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी सैनी ने उम्मीद जताई है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री रहते उनकी सरकार से नेता जी सुभाष चंद्र बोस और आजाद ¨हद फौज को जहां इंसाफ मिलेगा वहीं सम्मान भी हासिल हो सकेगा।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर के नेता जी मॉडल स्कूल में आज पत्रकारों से बात करते आल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक के राष्ट्रीय सचिव एवं नेता जी सुभाष क्रांति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी सैनी ने उम्मीद जताई है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री रहते उनकी सरकार से नेता जी सुभाष चंद्र बोस और आजाद ¨हद फौज को जहां इंसाफ मिलेगा वहीं सम्मान भी हासिल हो सकेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री ने 21 अक्टूबर 2018 को आजाद ¨हद फौज की प्लेटिनम जुबली के मौके लाल किले में नेता जी व आजाद ¨हद फौज के सिपाहियों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से प्रोग्राम करवाया और तिरंगा फहराया उससे उम्मीद बंधी है कि अब नेता जी व आजाद ¨हद फौज को इंसाफ व सम्मन जरूर मिलेगा।
वीपी सैनी के अनुसार उन्होंने इस संबंधी प्रधानमंत्री को बाकायदा पत्र लिखते हुए जहां उनका आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आजाद ¨हद फौज के सिपाहियों को सम्मान दिए जाने से केवल आजाद ¨हद फौज को ही नहीं, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया में रहने वाले भारतीयों द्वारा आजादी की जंग में दिए गए योगदान को भी मान्यता मिली है। वीपी सैनी ने कहा कि इस पक्ष में अभी बहुत कुछ किया जाना शेष है जिसमें सबसे जरूरी नेता जी व आजाद ¨हद फौज से संबंधित इतिहास को दुरुस्त किए जाने की जरूरत है ताकि आने वाली पीढि़यों को यह पता चल सके कि आजादी की लड़ाई में किसने कितना योगदान दिया था। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सरदार पटेल की विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा बनवा कर उन्हें श्रद्धांजलि देने की दिशा में सबसे बड़ा कदम उठाया है, जबकि यह देश के लिए सबसे बड़ा बलिदान देने वाले नेता जी सुभाष चंद्र बोस और आजाद ¨हद फौज को सम्मान व इंसाफ देने की बारी है। वीपी सैनी ने कहा कि आजाद भारत की सरकारों ने विशेषकर कांग्रेस ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस व आजाद ¨हद फौज की यादों व तथ्यों को पूरी तरह से मिटाने की काफी कोशिश की लेकिन मोदी सरकार ने 21 अक्टूबर को लाल किले में नई पहल करते हुए यह उम्मीद जगा दी है कि अब नेता जी सुभाष चंद्र बोस व आजाद ¨हद फौज को इंसाफ के साथ साथ सम्मान भी मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि इस सपने को साकार करने में अगर सरकार चाहे तो वे पूरा सहयोग एवं सेवाएं देने को तैयार हैं।
पत्र में ये सुझाव भी दिए
वीपी सैनी ने प्रधानमंत्री को जो सुझाव दिए उनमें 23 जनवरी का दिन देश प्रेम दिवस घोषित करते हुए पूरे देश अंदर मनाने के साथ साथ नेता जी सुभाष चंद्र बोस व आजाद ¨हद फौज की तथ्यों पर आधारित सच्चाई लिखवाते हुए उसे आने वाली पीढि़यों के लिए प्रकाशित करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने दिल्ली के राजपथ पर नेता जी प्रतिमा स्थापित करने, 26 जनवरी 2019 को दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में नेता जी सुभाष चंद्र बोस और आजाद ¨हद फौज की झांकी को शामिल करने, मुखर्जी जांच आयोग की रिपोर्ट को संसद में दोबारा पेश करते हुए उसे स्वीकार करने व लागू किए जाने, नेता जी से संबंधित सारे गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक करने के साथ साथ आजाद ¨हद फौज के जो चंद सिपाही अभी तक जीवित हैं उनको गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल करते हुए उनका सम्मान किए जाने की जरूरत का सुझाव दिया।