रिवायती फसलों से हटकर सहायक धंधे अपनाएं किसान : स्पीकर
रूपनगर के ड्रीम डेस्टीनेशन में आज कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री कृषि प्रशिक्षण योजना व आत्मा योजना के तहत हाड़ी की फसलों को लगाने, फसलों की पराली को आग न लगाने तथा पानी के सही प्रयोग संबंधी किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला स्तरीय किसान प्रशिक्षण कैंप लगाया गया। इस कैंप में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे राज्य विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल ¨सह ने किसानों को संबोधित करते कहा कि रिवायती फसलों की खेती से हटकर कृषि के सहायक धंधे अपनाना समय की सबसे बड़ी मांग है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर के ड्रीम डेस्टीनेशन में वीरवार को कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री कृषि प्रशिक्षण योजना व आत्मा योजना के तहत सहायक धंधे अपनाने के लिए कैंप लगाया गया। इस दौरान हाड़ी की फसलों को लगाने, फसलों की पराली को आग न लगाने तथा पानी के सही प्रयोग संबंधी किसानों को जागरूक किया गया।
इस कैंप में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे राज्य विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल ¨सह ने किसानों को संबोधित करते कहा कि रिवायती फसलों की खेती से हटकर कृषि के सहायक धंधे अपनाना समय की सबसे बड़ी मांग है। उन्होंने किसानों को अपने खर्चों पर भी अंकुश लगाने की जरूरत पर बल दिया ताकि किसान खुद को बिना मतलब के कर्जे के बोझ से बचा कर रख सकें। उन्होंने कहा कि देश की 80 फीसदी आर्थिकता खेती के साथ जुड़ी हुई है लेकिन एक समय ऐसा भी था जब देश अंदर अनाज की कमी आ गई थी तथा कोई भी बड़ा देश भारत को अनाज देने के लिए तैयार नहीं था। उन्होंने बताया कि उस वक्त की केंद्र सरकार ने वैज्ञानिक स्वामीनाथन के साथ विचार करते हुए फैसला लिया कि कि कृषि को प्रफुल्लित करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट पंजाब को सौंप दिया जाए। उन्होंने कहा कि हालांकि उस वक्त पंजाब का ज्यादा विकास भी नहीं हुआ था लेकिन पंजाब के किसानों ने चुनौती को स्वीकार करते हुए पंजाब कृषि विश्व विद्यालय के वैज्ञानिकों के दम पर हरित क्रांति लाकर दिखाई जिससे राज्य की तकदीर भी बदल गई। राणा ने कहा कि किसानों की आय बढ़ी व राज्य में खुशहाली भी आई लेकिन वर्तमान दौर में कृषि लागत में लगातार होने वाली बढ़ोतरी कारण आय थम सी गई है व कृषि अब लाभ देने वाला व्यवसाय भी नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आज कृषि के सहायक धंधे अपनाने व आय के अन्य साधन पैदा करने की जरूरत महसूस की जाने लगी है जबकि इसके साथ खादों व कीटनाशक दवाइयों के प्रयोग पर भी अंकुश लगाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह के नेतृत्व में किसानों के कर्ज माफ करने की योजना को अमल में लाया जा चुका है जिसका उद्देश्य किसानों की आर्थिक हालत में सुधार करना है। उन्होंने किसान संगठनों से कहा कि सरकार किसानों के हित के लिए जो कर सकेगी उसे किया जाएगा लेकिन किसान संगठनों को चाहिए कि वे किसानों को अपने खर्चे कम करने तथा कृषि संबंधी अन्य सहायक धंधे अपनाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने किसानों से पराली को आग न लगाने की अपील भी की तथा बताया कि ऐसा करने से पैदा होने वाली जहरीली गैसें हर सांस लेने वाले प्राणी के लिए घातक हैं।
किसानों को ज्ञान में वृद्धि करने की जरूररत
इस मौके एडीसी लखमीर ¨सह राजपूत ने भी विचार रखते हुए किसानों के ज्ञान में वृद्धि किए जाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कृषि विश्व विद्यालय द्वारा की जाने वाली हर नई खोज बारे किसानों को पता होना चाहिए तथा हर किसान को कृषि विश्व विद्यालय के विशेषज्ञों के द्वारा दी जाने वाली सलाह के आधार पर ही खेती करनी चाहिए।
कृषि विभाग की योजनाओं की दी जानकारी
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक राजेश वशिष्ट ने राज्य में कृषि विभाग द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही गतिविधियों के बारे विस्तृत रूप से जानकारी दी जबकि इससे पहले जिले के मुख्य कृषि अफसर केसर राम बंगा ने जहां मुख्य अतिथि का स्वागत किया वहीं कृषि से संबंधित विभिन्न योजनाओं बारे जानकारी भी दी। उन्होंने यह भी कहा कि कंडी एरिया में पानी की कमी के कारण कृषि घाटे का धंधा बना हुआ था लेकिन अब राज्य विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल ¨सह ने इस कमी को लिफ्ट इरीगेशन योजना लाकर दूर कर दिया है। जिसके लिए कंडी के सारे किसान बधाई के पात्र हैं।इस मौके जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय कुमार शर्मा ¨टकू सहित पूर्व एआईसीसी मेंबर रमेश गोयल, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव सुख¨वदर पाल ¨सह विस्की, प्रदेश सचिव सत¨वदर ¨सह चैड़ियां, एडीसी लखमीर ¨सह, एसडीएम हरजोत कौर, राम ¨सह सैनी, जिला महासचिव जगदीश काजला, करनैल ¨सह, स्पीकर के मीडिया इंचार्ज अमरपाल ¨सह बैंस आदि के अलावा विभाग के अफसर हाजिर थे।
प्रदर्शनी का भी किया निरीक्षण
विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल ¨सह ने प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण करते हुए उनके बारे जानकारी हासिल की तथा विभाग के प्रयासों की जोरदार शब्दों में सराहना भी की। इस मौके विभाग व प्रशासन की तरफ से राज्य विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल ¨सह को सम्मानित भी किया गया।