डेंगू व वायरल बुखार के मरीजों से भर गए निजी अस्पताल
शहर के प्रमुख प्राइवेट अस्पताल वायरल बुखार तथा डेंगू के मरीजों से भरे पड़े हैं। परमार अस्पताल हो चाहे सांघा अस्पताल। इनमें वायरल बुखार और संभावित डेंगू के मरीजों की तादात एकदम बढ़ गई है। दैनिक जागरण ने सांघा अस्पताल और परमार अस्पताल में दौरा किया तो पाया कि दर्जनों के हिसाब से रोजाना लोग अस्पतालों में ओपीडी चेकअप के लिए आ रहे हैं जो वायरल बुखार या डेंगू से पीड़ित हैं।
जागरण संवाददाता, रूपनगर : शहर के प्रमुख प्राइवेट अस्पताल वायरल बुखार तथा डेंगू के मरीजों से भरे पड़े हैं। परमार अस्पताल हो चाहे सांघा अस्पताल। इनमें वायरल बुखार और संभावित डेंगू के मरीजों की तादात एकदम बढ़ गई है। दैनिक जागरण ने सांघा अस्पताल और परमार अस्पताल में दौरा किया तो पाया कि दर्जनों के हिसाब से रोजाना लोग अस्पतालों में ओपीडी चेकअप के लिए आ रहे हैं जो वायरल बुखार या डेंगू से पीड़ित हैं। एक अनुमान के मुताबिक रोजाना प्रत्येक अस्पताल में 20 मरीज ऐसे आ रहे हैं जिन्हें बुखार है। इनमें से 10 केस संदिग्ध डेंगू के पाए जा रहे हैं। बेशक स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट लेबोरेटरी के टेस्ट में पाए डेंगू की पुष्टि नहीं करता। लेकिन लोग बीमार हो रहे हैं। मच्छरों की शहर में भरमार है।
डेंगू के कारण शुक्रवार से हूं दाखिल
सांघा अस्पताल में दाखिल फूला ¨सह निवासी गांव अकबरपुर मगरोड़ ने बताया कि उसे डॉक्टर ने डेंगू बताया है। वो शुक्रवार से अस्पताल में दाखिल है। इसी तरह साथ के बेड पर दाखिल युवक अमनदीप ¨सह ने बताया कि वो ग्रीन एवेन्यू में रहता है जोकि वार्ड नंबर पांच में आता है। उसे डेंगू है। वो भी शुक्रवार से दाखिल है। सितंबर में आठ मरीज आए सामने
सवाल ये है कि जब स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करने की बात कहता है तो इसके बावजूद डेंगू की बीमारी के एकदम दर्जनों केस कैसे सामने आ रहे हैं। उधर, स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिला सदर अस्पताल में सितंबर माह में कुल आठ मरीज डेंगू के अस्पताल के स्पेशल वार्ड में दाखिल रहे तथा सभी इलाज के बाद घरों को लौट चुके हैं।
खड़े साफ पानी में पलता है मच्छर : डॉ. सिरोही
सांघा अस्पताल के मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉक्टर अरुण सिरोही ने बताया कि डेंगू मच्छर के काटने से होता है। डेंगू फैलाने वाला मच्छर साफ पानी में अंडे देता है। ये साफ पानी कहीं भी ठहरा हो सकता है। एक हफ्ते से ज्यादा साफ पानी कहीं ठहरा नहीं होना चाहिए। डेंगू में बुखार, शरीर में दर्द, शरीर के हिस्से से एकदम खून बहना आदि लक्षण है। डेंगू से बचाव सफाई व्यवस्था, कहीं ज्यादा दिन पानी का ठहराव न हो।