38 दिन बाद वकीलों पर हमले के मुख्य आरोपित पिता पुत्र गिरफ्तार
बार एसोसिएशन के दो वकीलों पर सचिवालय में हुए हमले के मामले में मुख्य आरोपित समेत उसके पिता को रूपनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीआइए की टीम ने आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर :
बार एसोसिएशन के दो वकीलों पर सचिवालय में हुए हमले के मामले में मुख्य आरोपित समेत उसके पिता को रूपनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीआइए की टीम ने आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इन्हें सोमवार को रूपनगर की जज रोबिना जोशन की अदालत में पेश किया गया और अदालत ने तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अदालत ने आरोपितों की पैरवी के लिए वकील न होने के चलते उसे मुफ्त लीगल एड से वकील लेने के बारे में भी पूछा। बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट अमिदरप्रीत सिंह बावा ने दलील दी कि आरोपित की पत्नी को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल चुकी है और वह पैरवी व्यवस्था कर सकती है। इस मौके पर अभी लीगल एड की जरूरत नहीं है और आगे जाकर देखा जा सकता है।
मेरी शिकायत पर पुलिस ने नहीं की कार्रवाई: टोनी
मुख्य आरोपित गुरप्रीत सिंह उर्फ टोनी ने पत्रकारों से कहा कि वकीलों ने उसकी पत्नी के साथ बदसलूकी की थी और उसे भी बालों से पकड़ कर घसीटा था। रूपनगर पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। बार एसोसिएशन के दबाव में उनके साथ धक्का किया गया। उसकी पत्नी के साथ जो हुआ वह कैमरे के सामने बता भी नहीं सकता। टोनी ने कहा कि मिन्नी सचिवालय में उनका कोई झगड़ा नहीं हुआ जबकि उनका झगड़ा केवल नंगल चौक में ही हुआ था। टोनी ने झगड़े दौरान वकीलों के शराब के नशे में होने बात कहते हुए कहा कि वकीलों के मेडिकल में भी शराब साबित हुई है। पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं की जबकि वकीलों के दबाव के चलते पुलिस ने उसका कारोबार तक तबाह कर दिया। टोनी ने कहा कि उसने केवल अपने परिवार की रक्षा की है। अगर किसी के परिवार के साथ कोई छेड़छाड़ करता तो वह ऐसा ही करेगा। गौरतलब है कि 31 जनवरी को नंगल चौक में बार एसोसिएशन के तीन वकीलों रणवीर सिंह तथा सिमरनजीत सिंह हीरा की गुरप्रीत सिंह उर्फ टोनी की गाड़ी के साथ टक्कर होने को लेकर झगड़ा हो गया था। इस दौरान गुरप्रीत सिंह की पत्नी सुखजीत कौर भी उसके साथ थी। पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले के अनुसार नंगल चौंक में हुए झगड़े के बाद आरोपित गुरप्रीत सिंह और उसके पिता शमशेर सिंह सात आठ लोगों के साथ वकीलों का पीछा करते हुए मिनी सचिवालय में आ गए जहां पर उन्होंने बार एसोसिएशन के दो वकीलों रणवीर सिंह और सिमरनजीत सिंह हीरा के साथ मारपीट की। इस मारपीट में सिमनरजीत सिंह हीरा की एक आंख की रोशनी चली गई जब रणवीर सिंह को एक कान से सुनना बंद हो गया है। पुलिस ने इस सबंध में गुरप्रीत सिंह उर्फ टोनी और उसके पिता शमशेर सिंह के अलावा टोनी की पत्नी सुखजीत कौर समेत सात आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस हाई प्रोफाइल मामले में मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी न होने को लेकर जिला बार एसोसिएशन द्वारा 14 दिन तक हड़ताल कर काम बंद रखा गया जबकि कुछ दिनों से बार एसोसिएशन ने एसएसपी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा था।
38 दिन बाद मुख्यारोपित आए काबू
मामले के 38 दिन के बाद पुलिस द्वारा मुख्य आरोपित गुरप्रीत सिंह उर्फ टोनी और शमशेर सिंह को अदालत में पेश किया गया जब कि इससे पहले मामले में अज्ञात आरोपी अरुणमीत सिंह जिला जेल में है। जानकारी के अनुसार गुरप्रीत सिंह उर्फ कुछ दिनों से ही पुलिस के संपर्क में था औक पुलिस द्वारा उसे जांच में शामिल कर लिया गया था। पर इस बात की चर्चा है कि जिस आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के खिलाफ प्रर्दशन हुआ तथा कई दिन तक बार एसोसिएशन ने काम बंद रखा उसे पुलिस ने पहले जांच में शामिल कर लिया। बाद में अदालत में पेश कर उसका रिमांड मांगा।
बार एसोसिएशन ने आरोपित के आरोपो को मनगढ़त बताया जिला बार एसोसिएशन के प्रधान अमरिदरप्रीत सिंह बावा ने कहा कि मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी होने पर उन्हें राहत की सांस मिली है। उन्हे अदालत पर विश्वास है कि इंसाफ होगा। बावा ने कहा कि पुलिस रिमांड के बाद सारा कुछ साफ होगा और वकीलों पर हमला करने वाले आरोपित सवा महीने के बाद अदालत में पेश हुए है। बावा ने आरोपित द्वारा वकीलों पर लगाए गये आरोपों को बेबुनियाद कहानी बताया। उनके द्वारा पहले शिकायत दी गई थी और वकीलों के लगे गंभीर घाव हमले का गवाह है।