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अराजकता फैलाने वाले किसान संगठन को बैन करे: डॉ.चीमा

पंजाब आढती एसोसिएशन के प्रधान र¨वदर ¨सह चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार ऐसे तथाकथित किसान संगठनों को पंजाब में बैन करे जो समाज में अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं। रूपनगर अनाज मंडी में पत्रकारों से बातचीत में चीमा ने कहा कि कुछ किसान संगठन किसानों के अधिकारों के लिए लड़ते हैं, उन्होंने किसान तथा आढती के बीच रिश्ते को तोड़ने की बात नहीं की। लेकिन कम्यूनिष्ट पार्टियों से संबंधित किसान संगठन हमेशा की समाज में आरजकता पैदा करने का काम करती रहती हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 11:17 PM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 11:17 PM (IST)
अराजकता फैलाने वाले किसान संगठन को बैन करे: डॉ.चीमा
अराजकता फैलाने वाले किसान संगठन को बैन करे: डॉ.चीमा

जागरण संवाददाता, रूपनगर

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पंजाब आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान र¨वदर ¨सह चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार ऐसे किसान संगठनों को पंजाब में बैन करे जो समाज में अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं। रूपनगर अनाज मंडी में पत्रकारों से बातचीत में चीमा ने कहा कि कुछ किसान संगठन किसानों के अधिकारों के लिए लड़ते हैं, उन्होंने किसान तथा आढ़ती के बीच रिश्ते को तोड़ने की बात नहीं की। लेकिन कुछ पार्टियों के नुमाइंदे से संबंधित किसान संगठन हमेशा की समाज में अराजकता पैदा करने का काम करती रहती हैं। चीमा ने कहा कि वह आम लोगों को भड़काते हैं तथा वह असल मुद्दे से किसानों का ध्यान हटाकर आढ़तियों को दोषी ठहराने पर लगे हुए हैं। यह संगठन किसानों का भला करने की बजाये आढ़तियों और किसानों दोनों को नुकसान कर रहे है।

इससे पहले र¨वदर ¨सह चीमा ने अनाज मंडी में जिले भर से आए आढ़तियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार मंडियों में इलैक्ट्रानिक कांटे लगाने से गुरेज करे। यह कांटे ट्रायल में फेल साबित हो चुके हैं तथा न ही इस समय यह इतनी संख्या में बाजार में उपलब्ध हैं कि सभी मंडियों में लग जाएंगे। उन्होने कहा कि वह सरकार का सहयोग करेंगे तथा हर कांटा नाप तोल विभाग से पास करवा कर उसका इस्तेमाल करेंगे। चीमा ने कहा कि वह इस समय किसी टकराव के हक में नहीं है। अगर सरकार ने अगर कोई फैसला थोपने की कोशिश की मजबूरन मंडियां बंद कर हड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि आढ़तियों पर 20 प्रतिशत लगाया जा रहा, वो आढ़ती वर्ग के साथ धक्का है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस सबंध में नोटीफिकेशन में संशोधन करवाएं, तभी वो मुख्यमंत्री के वादे पर विश्वास करेंगे। चीमा ने कहा कि डिजीटल कांटा नए समय में इजाद हुआ है तथा यह बुरी बात नहीं है पर अभी तक इसका प्रयोग करने के लिए माहौल अनुकूल नहीं है। जब तक प्रदूषण कंट्रोल नहीं होता तथा फडों का लेवल समतल नहीं होता तब तक यह कंडे नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ ठीक होने के बाद इन कंडो को लागू किया जाये। उन्होंने कहा कि पंजाब का 99 प्रतिशत धान सरकार खरीदती है तथा वह क्यों चाहेंगे कि किसान का ज्यादा धान बोरियों में भरा जाए तथा किसान का नुक्सान किया जाए। जब किसान 17 प्रतिशत नमी वाली फसल मंडी में लाए तो ही यह कांटे लगाए जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांटा कंपनियां किसान नेताओं से सांठगांठ करके अपने कांटे बेचने की जुगत में हैं। इस मौके पर आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान अवतार ¨सह, रूपनगर अनाज मंडी के प्रधान बलदेव ¨सह गिल, नैब ¨सह चमकौर साहिब, मनदीप ¨सह रौनी मो¨रडा, स्वतंत्रपाल कौशल, गौरव कोहली, निर्मल ¨सह निम्मा, खन्ना आढ़ती, अशोक बतरा आदि मौजूद थे।


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