रोइंग बोट चंडीगढ़ ले जाने के आदेश पर हंगामा
बुधवार सायं रोइंग अकादमी रूपनगर में जब बच्चे प्रैक्टिस कर रहे थे, तभी खेल विभाग तथा पीआइएस के डायरेक्टर जनरल के आदेश लेकर पहुंचे कुछ पुलिस मुलाजिमों ने कहा कि एक सेट रोइंग बैट चंडीगढ़ सुखना लेक पर पंजाब एमेच्योर रोइंग एसोसिएशन के लिए लेकर जाना है तथा एक सेट खेल विभाग रूपनगर को देना है। इस पर विवाद शुरू हो गया, क्योंकि रूपनगर रोइंग अकादमी में खिलाड़ियों की तादाद के मुताबिक पहले ही रोइंग बोट तथा आर्गोमीटर कम हैं।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
बुधवार सायं रोइंग अकादमी रूपनगर में जब बच्चे प्रैक्टिस कर रहे थे, तभी खेल विभाग तथा पीआइएस के डायरेक्टर जनरल के आदेश लेकर पहुंचे कुछ पुलिस मुलाजिमों ने कहा कि एक सेट रोइंग बैट चंडीगढ़ सुखना लेक पर पंजाब एमेच्योर रोइंग एसोसिएशन के लिए लेकर जाना है तथा एक सेट खेल विभाग रूपनगर को देना है। इस पर विवाद शुरू हो गया, क्योंकि रूपनगर रोइंग अकादमी में खिलाड़ियों की तादाद के मुताबिक पहले ही रोइंग बोट तथा आर्गोमीटर कम हैं। अकादमी के कोच गुर¨जदर ¨सह चीमा ने मौके पर उच्चाधिकारियों से बात भी की तथा बोट लेने आई टीम को ये कहा कि आपका पत्र स्पष्ट नहीं है। स्पष्ट आदेश लेकर आओ। उधर, रूपनगर रोइंग एसोसिएशन ने बोट तथा अन्य उपकरण चंडीगढ़ को देने का खुलकर विरोध किया तथा कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो वो संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे, लेकिन बोट यहां से जाने नहीं देंगे। उन्होंने इस तरह बोट ले जाने की घटना को सेंटर को बंद करने की साजिश बताया। पंजाब पुलिस के एएसआइ ते¨जदर ¨सह के साथ अशवनी कुमार,नवदीप ¨सह, गगनजीत यह सामान लेने के लिए रुपनगर आए थे। बता दें कि 2015 में रोइंग के राष्ट्रीय कोच गुर¨जदर ¨सह चीमा की अगुवाई में पीआइएस ने ये अकादमी रूपनगर में शुरू की थी। तब आठ सेट बोट देने की प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन फंड के अभाव के कारण चार ही सेट मिल पाए थे। यहां पर कुछ दिन पहले रोइंग के स्टेट स्तर के मुकाबले भी हुए जिनमें राज्य के 12 जिलों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया तथा इनमें राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले के लिए चुने गए खिलाड़ी जब यहां प्रैक्टिस कर रहे थे, तो पंजाब पुलिस के मुलाजिम व पूर्व रोइंग खिलाड़ी यहां विभाग के यह आदेश लेकर पहुंच गए। डायरेक्टर स्पोर्ट्स द्वारा जारी आदेश में हिदायत दी गई कि रूपनगर रोइंग सेंटर से एक बोट्स का सेट तथा आर्गोमीटर पंजाब एमेच्योर रोइंग एसोसिएशन सुखना लेक चंडीगढ़ तथा एक बोट्स का सेट और आर्गोमीटर रूपनगर खेल विभाग को दे दिया जाए। मौके पर ही पहुंचे रोइंग कोच गुर¨जदर ¨सह चीमा ने आए व्यक्तियों को कहा कि चंडीगढ़ सुखना लेक पर पहले से ही यह सामान मौजूद है। एक बोट के सेट से चंडीगढ़ में प्रैक्टिस नहीं हो सकती और रूपनगर से भी खिलाड़ियों की प्रैक्टिस प्रभावित होगी। उन्होने कहा कि रूपनगर सेंटर के पास तो पहले से ही जरूरत से कम सामान है तथा अगर यह सामान भी यहां से भेज दिया जाता है, तो यहां के खिलाड़ी कैसे प्रैक्टिस करेंगे। निजी रंजिश के कारण अपनाए जा रहे हथकंडे: सुरजन ¨सह रूपनगर रोइंग एसोसिएशन के प्रधान सुरजन ¨सह ने कहा कि यहां पर प्रैक्टिस कर रहे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। निजी रंजिश तथा सेंटर को फेल करने की इच्छा लेकर यह हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, जबकि रूपनगर सेंटर पंजाब ही नहीं पूरे उतरी भारत में सबसे अच्छा सेंटर हैं। खेल विभाग के आदेश से लग रहा है कि रूपनगर में प्रैक्टिस कर रहे खिलाडि़यों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। राजनीतिक दबाव का परिणाम: लोंगिया
एसोसिएशन के महासचिव गुरमुख ¨सह लोंगिया ने कहा कि यहां से बोट नहीं जाने देंगे। इस सेंटर में 57 खिलाड़ी प्रैक्टिस कर रहे हैं। स्पोर्ट्स विभाग राजनीतिक दबाव में ऐसे आदेश जारी कर रहा है।