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भैंसों के व्यापारी उधार लिए कर्ज से निजात पाने के लिए रचा अपहरण का साजिश

संवाद सहयोगी, रूपनगर : जिले के गांव गनूरा के एक व्यक्ति ने उधार लिए कर्ज से निजात पाने के लिए अ

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Dec 2017 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 29 Dec 2017 03:01 AM (IST)
भैंसों के व्यापारी उधार लिए कर्ज से निजात पाने के लिए रचा अपहरण का साजिश
भैंसों के व्यापारी उधार लिए कर्ज से निजात पाने के लिए रचा अपहरण का साजिश

संवाद सहयोगी, रूपनगर : जिले के गांव गनूरा के एक व्यक्ति ने उधार लिए कर्ज से निजात पाने के लिए अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। इसका खुलासा पुलिस की ओर से की गई जांच में हुआ है। महिला द्वारा उसके पति को अगवा करने व छोड़ने के लिए फिरौती मांगने वाले मामले को झूठा साबित करते हुए पुलिस ने खुद को अगवा बताने वाले व्यक्ति को काबू कर लिया है।

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जिला पुलिस प्रमुख राजबचन ¨सह संधू ने बताया कि 27 दिसंबर को गांव गनूरा की रहने वाली करमजीत कौर ने पुलिस हेल्पलाइन नंबर 181 पर शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके पति गुरदीप सिंह को कुछ अज्ञात लोगों ने अगवा कर लिया है। वे उसे छोड़ने के लिए सात लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिकायत मिलते ही पुलिस का सारा सिस्टम हरकत में आ गया व इस मामले को सुलझाने के लिए थाना प्रभारी कुलवीर ¨सह को गांव गनूरा में जांच के लिए भेजा। एसएसपी के मुताबिक, एसआइ कुलवीर शिकायत करने वाली महिला के घर पहुंचे तो वहां अगवा किए गए गुरदीप ¨सह का फोन उसकी पत्नी को आया। उसे थाना प्रभारी ने सुना। फोन पर गुरदीप ने पहले बताया कि उसे गांव ढेर से अगवा किया गया है लेकिन थोड़ी देर बाद उसने बताया कि उसे गंगूवाल से कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने अगवा करते हुए बोलेरो गाड़ी में बैठाया हुआ व उसकी आंखों पर पट्टी बांधी हुई है।

पुलिस प्रमुख ने बताया कि थाना प्रभारी को संदेह हुआ तो उन्होंने गुरदीप से उसके मोटरसाइकिल के बारे पूछा। उसने बताया कि मोटरसाइकिल अगवा करने वालों के साथी ने अपने कब्जे में ले लिया है और बोलेरो के साथ-साथ चल रहा है। उन्होंने पूछा कि अगवा करने वालों ने बात करने के लिए फोन कैसे दिया तो गुरदीप ने फिर झूठ बोला कि उसने फोन के लिए हाथ जोड़े व पांव पड़ा तो अपहरणकत्र्ताओं ने उसे बात करने के लिए फिर फोन दे दिया।

बार-बार जगह बदल रहा था, फोन की लोकेशन ट्रेस करने पर धरा

एसएसपी संधू ने बताया कि जिस फोन नंबर 70878-80641 से गुरदीप बात कर रहा था, असल में वो फोन उसी का था। एसआइ कुलवीर ने उस फोन की लोकेशन चेक की तो पता चला कि पहले वह नयना देवी क्षेत्र से बात कर रहा था। थोड़ी देर बाद उसकी लोकेशन कौलां वाला टोबा हो गई। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना डीएसपी र¨मदर ¨सह काहलों को दी गई। उन्होंने थाना आनंदपुर साहिब व नूरपुरबेदी पुलिस की टीमें बनाते हुए गुरदीप की तलाश के लिए उसकी लोकेशन का पीछा किया जो तख्त श्री केसगढ़ साहिब की पार्किग में मिली और वहां उसका मोटर साइकिल (पीबी-12 एसी-9601) खड़ा मिला।

लंगर हाल से निकला और सादी वर्दी में तैनात पुलिस ने पकड़ा

संधू ने आगे बताया कि मोटरसाइकिल के आसपास सादे कपड़ों में पुलिस ने अपना जाल बिछाया ही था कि लंगर हाल से गुरदीप अकेला निकला और अपना मोटरसाइकिल उठाने के लिए पहुंचा तो उसे पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि पूछताछ में उसने बताया कि वह भैंसों का व्यापार करता है। व्यापार में उस पर काफी उधारी हो चुकी है। इससे बचने के लिए उसने पत्नी को अगवा किए जाने की झूठी सूचना दी थी। जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि अगवा किए जाने की कहानी झूठी साबित होने के बाद गुरदीप के खिलाफ धारा 182 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।


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